फरीदाबाद: जून 2018 में अपने ही दोस्त को पैसों की लालच में मौत के घाट उतारने वाले दो व्यक्तियों को जिला अदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई है. दोनों पर 6-6 हजार का जुर्माना भी लगाया गया है.
वर्ष 2018 में फरीदाबाद के सेक्टर 61 में पुलिस को एक लाश मिली थी. जिसका चेहरा बुरी तरह से कुचला हुआ था. पुलिस को मृतक के पास से मिले कुछ दस्तावेजों से उसकी पहचान बुलंदशहर के गांव हसनपुर निवासी रमेश पाल सिंह के रूप में हुई थी.
लीगल सेल के एडवोकेट रविंद्र गुप्ता ने बताया कि 48 वर्षीय रमेश पाल अपने ही गांव में रहता था. पत्नी की मौत हो जाने के बाद उसने अपने हिस्से की जमीन बेच दी थी. जिससे उसके पास काफी पैसा था और इसी पैसे की लालच में गांव के ही रहने वाले दो व्यक्ति जो उसको पहले से ही जानते थे मोनू और अंकुर उसकी दोबारा से शादी कराने का लालच देकर उसको फरीदाबाद ले आए.
19 जून 2018 को मृतक और दोनों आरोपी फरीदाबाद के जेसीबी चौक पहुंचे और यहां से रात के समय सेक्टर 61 के खाली प्लॉट में शराब पी. शराब पीने के बाद मोनू और अंकुर ने पत्थर से रमेश पाल को मौत के घाट उतार दिया और सब की शिनाख्त ना हो सके, इसके लिए पत्थर से उसका चेहरा भी कुचल दिया. सिटी थाना पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया था और आरोपियों को भी गिरफ्तार किया. कोर्ट ने इस मामले में दोनों आरोपियों को उम्र कैद की सजा सुनाई है.
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