फरीदाबाद: विभागों की बड़ी लापरवाही का बड़ा फायदा निजी टोल कलेक्शन कंपनी उठा रही हैं. जी हां, दिल्ली बदरपुर बॉर्डर पर वाहन चालकों से टोल के रूप में वसूली जाने वाली राशि पिछले 5 महीने से एनएचएआई (नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) को नहीं मिली है जबकि टोल पर लगातार कलेक्शन की जा रही है.
एनएचएआई और एसडीएमसी के बीच हुआ था करार
एनएचएआई और एसडीएमसी (साउथ दिल्ली म्युनिसिपल कमेटी) के बीच हुए करार के मुताबिक 9 लाख 20 हजार रुपये रोजाना एनएचएआई को इस टोल से देना होता है, लेकिन पिछले 5 महीने से एनएचएआई को कोई पैसा जमा नहीं कराया गया है. बावजूद इसके कि निजी कंपनी द्वारा लगातार टोल कलेक्ट किया जा रहा है.
एनएचएआई को रोजाना मिलने थे 9 लाख 20 हजार रु
बता दें कि, जुलाई 2019 में बदरपुर टोल प्लाजा को लेकर एनएचएआई और एसडीएमसी के बीच में एमओयू साइन किया गया था. जिसमें एसडीएमसी को 9 लाख 20 हजार रु रोजाना के हिसाब से एनएचएआई को देने थे. इस बीच एसडीएमसी ने निजी कंपनी एमईपी को यहां टोल कलेक्शन के लिए नियुक्त किया. उसके बाद इस साल अप्रैल से अब तक कोई भी पैसा एनएचएआई के खाते में जमा नहीं कराया गया है.