फरीदाबाद: लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही हरियाणा में माहौल बदल गया है. राजनीतिक पारा आसमान छू रहा है. लोग नेताओं का आंकलन कर रहे हैं. ऐसे माहौल में लोगों का मूड जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम फरीदाबाद पहुंची. हमारी टीम ने इलाके के हर वर्ग से बातचीत की और जानने की कोशिश की कि इस बार वो वोट किन मुद्दों पर करने वाले हैं.
सरकार से खुश नहीं दिखे किसान
फरीदाबाद के किसान तो वर्तमान सरकार को लेकर कुछ खास खुश नहीं दिखे. अमुमन किसानों का कहना है कि पूर्व की सरकारों में उनके सामने जो समस्याएं थी वहीं समस्याएं आज भी मुंह खोले खड़ी हुए हैं. किसानों ने कहा कि पहले भी उनको खाद के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ता था और आज भी वही हालात हैं.
किसान नीति नहीं हुई कारगर साबित
उन्होंने कहा कि फसल में डालने वाली दवाइयों और बीज के दाम रोजाना बढ़ रहे हैं, लेकिन उनकी फसल का समर्थन मूल्य नहीं बढ़ाया जा रहा है.उनका कहना है कि सरकार ने आंकड़ों में उलझा कर रख दिया है. जबकि धरातल पर सरकार की कोई भी किसान नीति कारगर साबित नहीं हो रही है.
व्यापारी भी सरकार से खफा-खफा
एक तरफ जहां सरकार से पलवल का के साथ नाराज है तो वहीं दूसरी तरफ पलवल का व्यापारी भी खुश नहीं है. पलवल के व्यापारियों ने बताया कि सरकार ने जीएसटी तो लागू कर दिया, लेकिन उस जीएसटी के लागू होने के बाद उनके काम धंधे पर काफी असर पड़ा है.
रोजगार की भारी कमी
उधर युवाओं की माने तो रोजगार की भारी कमी उनके सामने सबसे बड़ी समस्या है. युवाओं का कहना है कि कोई भी देश विकसित तब होता है जब उसके युवाओं को नौकरी मिले. जिन युवाओं के पास नौकरी ही नहीं है तो फिर देश विकसित कैसे होगा.
कृष्ण पाल गुर्जर ने नहीं किया कोई काम
लोगों का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी के फरीदाबाद लोकसभा से सांसद कृष्ण पाल गुर्जर चुनाव के समय यहां आए थे. उसके बाद अभी तक उन्होंने यहां आने की परेशानी नहीं उठाई है. सभी ने एक स्वर में कहा कि वह नरेंद्र मोदी को ही प्रधानमंत्री देखना चाहते हैं लेकिन यहां से मौजूदा सांसद को दोबारा सांसद नहीं देखना चाहते.
लोगों ने कृष्ण पाल गुर्जर का किया विरोध
आपको बता दें कि फरीदाबाद में रविवार को हरियाणा भाजापा की पहली विजय संकल्प जनसभा आयोजित की गई. इस जनसभा में लोगों द्वारा केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर का जमकर विरोध किया गया.
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