फरीदाबाद: हरियाणा यूं तो प्राचीन स्थलों के लिए मशहूर है लेकिन हरियाणा की कुछ चीजे ऐसी भी हैं जो हरियाणा को अगल स्थान दिलाती हैं. सूरजकुंड मेले में हरियाणा की प्राचीन धरोहर में 300 साल पुराना हुक्का को देखने के लोग आते हैं और हुक्कों के बारे में जानकारी लेते हैं.
300 साल पुराना हुक्का
सूरजकुंड मेले में हरियाणा की भाईचारे की पहचान माने जाने वाले हुक्कों की दुकान आर्कषण का केन्द्र बनी हुई है. मेले के गेट नंबर एक के पास खुली हुक्कों की दुकान पर लोग 300 साल पुराना हुक्का देखने के लिए आते हैं.
वहीं दुकान में रखे नए हुक्कों के बारे में भी जानकारी हासिल करते हैं. इस दुकान के मालिक हैं गोपाल राम जोकि जींद के रहने वाले हैं और पिछली 5 पीढ़ियों से हुक्के की धरोहर को संभाल रहे हैं.
गोपाल राम ने बताया कि वो तीसरी बार इस मेले में आए हैं. उनके पास चार प्रकार के हुक्के हैं जिनमें मिट्टी से बने हुक्के, लकड़ी से बने हुक्के, पीतल से बने हुक्के और कांच से बने हुक्के शामिल हैं. उन्होंने बताया कि उनके पास 300 साल पुराने हुक्के हैं जो वो हर बार के मेले में दिखाने के लिए लेकर आते हैं. उन्होंने कहा कि हुक्का हरियाणा के भाईचारे का प्रतीक हैं.
300 साल पुराने चांदी के हुक्के के साथ आपको बता दें कि इस बार सूरजकुंड मेले का थीम राज्य हिमाचल प्रदेश है. हिमाचल प्रदेश के विभिन्न कलाकार शिल्प और हस्तशिल्प के माध्यम से अपनी अनूठी संस्कृति और समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करेंगे.
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