चंडीगढ़: यूटी प्रशासन ने कोरोना काल में अहम फैसला लेते हुए शहर में इस हफ्ते वीकेंड पर कर्फ्यू नहीं लगाने का फैसला लिया है. प्रशासन ने कहा कि चंडीगढ़ के बॉर्डर पर सख्ती बढ़ाई जाएगी, ताकि बाहरी राज्यों से चंडीगढ़ में आने वाले लोगों पर कुछ रोक लग सके. वहीं, प्रशासन ने रक्षाबंधन पर महिलों को राहत देते हुए कहा कि रक्षाबंधन पर महिलाओं को सीटीयू के बसों में फ्री सफर कराया जाएगा, ताकि त्योहार की रौनक और बढ़ सके.
बता दें कि, प्रशासक वीपी सिंह बदनौर चेतावनी दे चुके थे कि अगर लोग नहीं माने तो जरूरत पड़ने पर फिर से चंडीगढ़ में लॉकडाउन लगाया जा सकता है. खासतौर पर वीकेंड में इस इंफेक्शन को रोकने के लिए कर्फ्यू लागू किया जा सकता है. प्रशासक ने चिंता जताते हुए कहा था कि बहुत से रेजिडेंट्स कोरोना को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और लगातार नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं.
चंडीगढ़ पुलिसकर्मी वाहनों की चेकिंग करते हुए. पंजाब और हरियाणा से मांगी थी राय
इसके बाद चंडीगढ़ प्रशासन ने पंजाब और हरियाणा को पत्र लिखकर वीकेंड कर्फ्यू लगाने पर राय मांगी थी, लेकिन पंजाब ने वीकेंड कर्फ्यू लगाने से मना कर दिया. वहीं हरियाणा ने भी साफ जवाब नहीं दिया है. दूसरी ओर चंडीगढ़ के व्यारियों ने भी वीकेंड कर्फ्यू का विरोध किया था. व्यापारियों का कहना है कि अगर इस बार लॉकडाउन हुआ तो लोग बर्बाद हो जाएंगे.
ट्राइसिटी में कोरोना की स्थिति
बता दें कि, अब तक चंडीगढ़ में 751, मोहाली में 574 और पंचकूला में 282 कोरोना वायरस के मामले सामने आ चुके हैं. ट्राइसिटी की बात करें तो संक्रमित मरीजों का कुल आंकड़ा अब तक 1607 हो चुका है. कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर ही चंडीगढ़ प्रशासन वीकेंड कर्फ्यू लगाना चाहता है. जिसके लिए पंजाब और हरियाणा से भी राय मांगी थी. अफसरों के मुताबिक अकेले चंडीगढ़ में कर्फ्यू लगाने का फायदा तब तक नहीं होगा, जब तक मोहाली और पंचकूला में भी इसे लागू नहीं किया जाता.
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