चंडीगढ़ःहरियाणा में छिटपुट घटनाओं को छोड़ दिया जाये तो शांतिपूर्वक मतदान संपन्न हुआ है. लेकिन इस बार हरियाणा वासियों ने 1991 के बाद सबसे कम मतदान किया है. 2014 के मुताबिक तो हरियाणा में काफी कम मतदान हुआ है.
1991 के बाद सबसे कम मतदान
हरियाणा में 1991 के बाद ये सबसे कम मतदान है. 1991 में हरियाणा में 65.86 प्रतिशत मतदान हुआ था लेकिन उसके बाद प्रदेश वासियों ने हर बार बढ़-चढ़कर मतदान किया. लेकिन 2019 के इस विधानसभा चुनाव में हरियाणा के लोगों ने उतनी वोटिंग नहीं की. हालांकि उम्मीद जताई जा रही थी कि वो रिकॉर्ड इस बार टूटेगा जो 2014 में बना था. 2014 में 76.13 प्रतिशत मतदान हरियाणा में हुआ था. लेकिन इस बार मात्र 68.47 फीसदी ही मतदान हुआ.
सबसे ज्यादा और सबसे कम मतदान वाली सीट
हरियाणा में सबसे ज्यादा मतदान ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र में हुआ है. जहां 83 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है. इस विधानसभा से इनेलो के अभय चौटाला 2014 में विधायक बने थे और इस बार भी वो किस्मत आजमा रहे हैं. इसके अलावा टोहाना विधानसभा में भी 80 फीसदी से ज्यादा 80.56 फीसदी मतदान हुआ है. यहां से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला चुनाव मैदान में हैं और 2014 में भी उन्होंने ही जीत दर्ज की थी. फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम 49.63 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है.