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Tokyo Olympics: भारतीय सेना में सूबेदार हैं नीरज चोपड़ा, आर्मी में ही मिली थी पहली ट्रेनिंग

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Published : Aug 8, 2021, 9:16 AM IST

Updated : Aug 8, 2021, 9:22 AM IST

टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics) के भाला फेंक इवेंट (Javelin Thrower) में गोल्ड मेडल जीतकर नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने भारतीय खेल जगत के इतिहास में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज करवा दिया है. भारतीय खेल जगत का पोस्टर बॉय बनने से पहले नीरज चोपड़ा एक और अहम भूमिका निभा रहे हैं. भाला फेंकने के अलावा नीरज चोपड़ा भारतीय सेना में सूबेदार के पद पर भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

Tokyo Olympics: Neeraj Chopra is a Subedar in the Indian Army, got the first training in the Army itself
Tokyo Olympics: भारतीय सेना में सूबेदार हैं नीरज चोपड़ा, आर्मी में ही मिली थी पहली ट्रेनिंग

चंडीगढ़:टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics) के भाला फेंक इवेंट (Javelin Thrower) में गोल्ड मेडल जीतकर नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने भारतीय खेल जगत के इतिहास में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज करवा दिया है. भारतीय खेल जगत का पोस्टर बॉय बनने से पहले नीरज चोपड़ा एक और अहम भूमिका निभा रहे हैं. भाला फेंकने के अलावा नीरज चोपड़ा भारतीय सेना में सूबेदार के पद पर भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं. नीरज भारतीय सेना में 4-राजपूताना राइफ्लस के साथ जुड़े हुए हैं.

साल 2011 में ही सूबेदार नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने 4 राजपूताना राइफल्स में जेवलिन थ्रो को अपना लिया था. वहीं से आर्मी में उन्हें ट्रेनिंग मिलनी शुरू हुई. आज नीरज की उपलब्धि पर पूरा देश गौरवान्वित है. बतौर सैनिक उन्होंने अपने गोल्डन थ्रो के साथ टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीत लिया है.

नीरज की इस उपलब्धि पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी बधाई दी. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि ओलंपिक में सूबेदार नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) की गोल्डन जीत भारतीय सेना के लिए गौरव की बात है. उन्होंने ओलंपिक में एक सच्चे सैनिक की तरह प्रदर्शन किया. यह वास्तव में भारतीय सशस्त्र बलों सहित पूरे देश के लिए एक ऐतिहासिक और गर्व का क्षण है. उसे बहुत-बहुत बधाई!

भारतीय सेना ने भी ओलंपिक चैंपियन के इस दुर्लभ कारनामे की सराहना करते हुए ट्वीट किए. सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने कहा, 'नीरज चोपड़ा ने साबित कर दिया है कि जब चाह होती है तो राह भी होती है. उन्होंने कई अन्य ओलंपियनों की तरह सशस्त्र बलों और राष्ट्र को गौरवान्वित किया है जिन्होंने टोक्यो 2020 में इतिहास रच दिया है.

हरियाणा के पानीपत के रहने वाले एक किसान के बेटे नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) को 2016 में नायब सूबेदार के पद में नियुक्त किया गया था और वहां से उन्होंने अपने खेल के सपने को साकार किया. सेना ने उनकी दुर्लभ प्रतिभा को पहचाना और उन्होंने 2016 में विश्व जूनियर चैंपियनशिप जीती थी. नीरज चोपड़ा अब मिल्खा सिंह और ओलंपिक में रजत पदक विजेता राज्यवर्धन सिंह राठौर जैसे खिलाड़ियों के एलीट ग्रुप में शामिल हो गए हैं.

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Last Updated : Aug 8, 2021, 9:22 AM IST

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