चंडीगढ़: बजट को लेकर ईटीवी भारत में सीआईआई नॉर्दन रीजन के चेयरमैन सुनील गुप्ता से खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने कहा कि सरकार में हर सेक्टर के लिए कई अच्छी घोषणा की हैं, लेकिन सरकार ने इस बजट में अक्षय ऊर्जा की तरफ खास ध्यान दिया है और देश में इसे बढ़ाने के लिए 68000 करोड़ रुपये का बजट भी रखा है.
सुनील गुप्ता ने कहा कि अगर देखा जाए तो देश के लिए ये काफी महत्वपूर्ण घोषणा है. क्योंकि अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देना कई पहलुओं पर प्रभाव डालता है. अगर देश की निर्भरता अक्षय ऊर्जा पर होगी तो देश हर साल तेल के आयात पर खर्च होने वाले करोड़ों डॉलर को बचा सकता है.
'अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने से देश के बचेंगे करोड़ों डॉलर' उन्होंने कहा कि सरकार ने बंजर जमीनों पर सोलर प्लांट लगाने की घोषणा भी की है. इससे किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी होगी. सीआईआई की ओर से सरकार को ये सुझाव भी दिया गया है कि सरकार सौर ऊर्जा को किसानों के लिए एक टीसी फसल के तौर पर तैयार करें. ताकि किसान अपनी जमीन पर सौर ऊर्जा के जरिए कमाई कर सके.
समीर गुप्ता ने कहा कि देश में सोलर पैनल सस्ते होने लगे हैं, जो आम लोगों की पहुंच में हैं. आम लोग घर में इसका इस्तेमाल भी करने लगे हैं. क्योंकि सौर ऊर्जा द्वारा पैदा की गई बिजली का खर्च 3 से 4 रुपये प्रति यूनिट के बीच आता है, जबकि ग्रिड से ली जा रही बिजली आम लोगों को काफी महंगी पड़ती है अगर लोग सौर ऊर्जा को अपनाते हैं तो उन्हें बिजली के बिल में फायदा मिलेगा.
अक्षय ऊर्जा पर निर्भरता बढ़ाने का सबसे बड़ा फायदा ये भी होगा कि देश में प्रदूषण के स्तर को कम करने में काफी सहायता मिलेगी. सरकार ने प्रदूषण फैलाने वाले थर्मल प्लांट्स को बंद करने का भी फैसला लिया है जो काफी सराहनीय फैसला है.
साथ ही उन्होंने कहा कि इसके लिए देश को सौर ऊर्जा पर अपनी निर्भरता काफी हद तक बढ़ानी होगी सौर ऊर्जा एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिए ना सिर्फ देश में प्रदूषण कम किया जा सकेगा. बल्कि किसानों को भी इसका फायदा मिलेगा. आम लोगों को भी इससे फायदा पहुंचेगा और देश की अर्थव्यवस्था में भी सुधार होगा.
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