चंडीगढ़/रोहतक: डेरा सच्चा सौदा के मुखिया गुरमीत राम रहीम इन दिनों फिर से सुर्खियों में हैं. वजह है कि उनकी पैरोल. यौन शोषण के मामले में रोहतक की सुनारिया जेल में बंद गुरमीत राम रहीम को बीमार मां से मिलने के लिए 48 घंटों की पैरोल तो दी गई थी, लेकिन सिर्फ 12 घंटे में ही राम रहीम को मां से मिलकर वापस गुरुग्राम से रोहतक की सुनारिया जेल लौटना पड़ा. माना जा रहा है कि इस बार भी राम रहीम की पैरोल को लेकर बवाल हो गया था.
तबीयत खराब होने पर पीजीआई में भर्ती करवाया गया
इससे पहले 11 मई को भी राम रहीम की अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उसे रोहतक पीजीआई में दाखिल कराया गया था. हालांकि बाद में डॉक्टरों द्वारा चेक अप करने के बाद राम रहीम की तबीयत सही पाई गई. जिसके बाद उसे फिर से सुनारिया जेल भेज दिया गया.
ये भी पढ़ें-गुरमीत राम रहीम की अचानक तबियत बिगड़ी, रोहतक पीजीआई में हुआ कोरोना टेस्ट
अक्टूबर में गुपचुप तरीके से मिली थी पैरोल
ये कोई पहला मौका नहीं है. जब राम रहीम की पैरोल को लेकर इस तरह से बवाल हुआ हो. इससे पहले भी ऐसा होता रहा है. कुछ महीने पहले भी राम रहीम को गुपचुप तरीके से एक दिन की पैरोल दी गई थी, उस वक्त राम रहीम की पैरोल की जानकारी सिर्फ सीएम मनोहर लाल समेत 4 लोगों की थी. राम रहीम को ये पैरोल 24 अक्टूबर को दी गई. जिसके कुछ दिन बाद लोगों को इस बारे में पता चला पाया. उस वक्त भी राम रहीम की पैरोल को लेकर बवाल मचा था.
ये भी पढ़ें-राम रहीम ने एक बार फिर पैरोल पर बाहर आने के लिए लगाई गुहार, इस बार बताई ये वजह
अंशुल छत्रपति ने राम रहीम की पैरोल पर उठाए सवाल
इस बार भी राम रहीम की पैरोल को लेकर पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति ने सवाल उठाए. साथ ही हरियाणा सरकार पर भी गंभीर आरोप लगाए.
अंशुल छत्रपति ने कहा कि राम रहीम जैसे खूंखार कैदी को पैरोल देना निंदनीय है. उन्होंने कहा कि सरकार की मिलीभगत से ये खेल खेला गया है. अंशुल छत्रपति ने यहां तक कहा कि कभी राम रहीम को 24 घंटे तो कभी 48 घंटे की कस्टडी पैरोल देकर ट्रैक तैयार किया जा रहा है ताकि राम रहीम को आगे पैरोल पर सिरसा लाया जा सके. उन्होंने कहा कि जिस तरह पहले अपनी बीमारी का बहाना बनाकर अस्पताल जाना और फिर डॉक्टरों द्वारा फिट बताए जाने के बाद पैरोल के लिए आवेदन करना. ये दर्शाता है कि किस तरह सरकार की मिलीभगत से राम रहीम को मां की बीमारी का ढोंग रचकर जेल से बाहर लाने की कोशिश की जा रही है.
बता दें कि शुक्रवार सुबह 6 बजे राम रहीम को रोहतक की सुनारिया जेल से निकाला गया था और करीब सवा सात बजे मानेसर और तावडू के पास फार्म हाउस पर ले जाया गया. बड़ी बात ये है कि यहां राम रहीम की मां के साथ-साथ हनीप्रीत भी मौजूद थी. वहीं राम रहीम के परिवार के तमाम सदस्य भी फार्म हाऊस पर पहुंच गए थे.
हालांकि खबरें ये भी हैं कि राम रहीम के पैरोल को लेकर लोगों में विरोध देखने को मिल रहा था. ये विरोध ज्यादा बढ़ता, इससे पहले ही राम रहीम को शाम करीब 5 बजे फार्म हाऊस से वापस रोहतक की सुनारिया जेल के लिए ले जाया गया और शाम को 6 बजकर 35 मिनट पर राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल पहुंच गया.
ये भी पढ़ें-राम रहीम की पैरोल पर अंशुल छत्रपति ने उठाए सवाल, हरियाणा सरकार पर लगाए ये गंभीर आरोप