दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में शामिल होने पर सफाई देते हुए पवन बंसल (Pawan Kumar Bansal) ने कहा कि अध्यक्ष बनने का दूर दूर तक सवाल हीं नहीं है. आलाकमान की तरफ में भी मुझे इस तरह की कोई बात नहीं कही गई है. मेरे ख्यालो ख्वाब में भी ये बात कभी नहीं आई. जहां तक फार्म लेने का सवाल है तो एक डेलिगेट होने के नाते मैंने ये फार्म सामान्य तौर पर लिया है. मैने फार्म सिर्फ इसलिये लिया था क्योंकि पिछली बार चंडीगढ़ के सदस्यों का एक फार्म रद्द हो गया था. मैने सोचा ये फार्म लेकर मैं चंडीगढ़ जा रहा था तो अपने अध्यक्ष को दे दूंगा. ताकि हर किसी को दिल्ली आने की जरूरत नहीं होगी.
इससे पहले जब पवन बंसल ने अध्यक्ष पद का फार्म लिया था तो ये चर्चा शुरू हो गई कि वो भी इस रेस में शामिल हैं. कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के चेयरमैन मधुसूदन मिस्त्री ने भी कहा था कि अभी तक दो लोगों ने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन फार्म लिया है, जिसमें शशि थरूर और कांग्रेस के पुराने नेता पवन बंसल (Pawan Bansal for Congress President) शामिल हैं. हलांकि पवन बंसल के बारे में ज्यादा कुछ मधुसूदन मिस्त्री ने नहीं कहा था. फिलहाल पार्टी का नया अध्यक्ष कौन होगा इसको लेकर अभी तक सस्पेंस बना हुआ है. जैसे-जैसे नामांकन करने की अंतिम तारीख नजदीक आ रही है, नए-नए उम्मीदवार सामने आ रहे हैं.
पवन कुमार बंसल (Pawan Kumar Bansal) 2009 से 2014 तक 15वीं लोकसभा में चंडीगढ़ से सांसद थे. पवन बंसल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पुराने नेता हैं. माना जाता है कि पवन बंसल सोनिया गांधी के बेहद विश्वासपात्र नेताओं में शामिल हैं. उनको नवंबर 2020 में पार्टी का अंतरिम कोषाध्यक्ष बनाया गया था. मनमोहन सिंह सरकार में पवन बंसल मंत्री भी रह चुके हैं. 28 अक्टूबर 2012 से 10 मई 2013 तक पवल बंसल देश के रेल मंत्री के रूप में काम कर चुके हैं.