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हरियाणा से अभी तक 1 लाख प्रवासियों को भेजा गया उनके राज्य वापस - हरियाणा से प्रवासी मजदूर भेजे घर

हरियाणा से अभी तक 1 लाख से अधिक प्रवासियों को उनके राज्य में वापस भेजा गया है. ज्यादातर श्रमिकों का कहना था कि हरियाणा में उन्हें रोजी-रोटी कमाने का अच्छा अवसर मिलता है, लेकिन महामारी के कारण उनके घर पर रहने वाले परिजनों की देखभाल के लिए उनका जाना जरूरी है.

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Published : May 14, 2020, 9:22 AM IST

चंडीगढ़: प्रवासी श्रमिकों को उनके राज्यों में वापस भेजने के लिए चलाई जा रही ट्रेनों के तहत हरियाणा से हजारों की संख्या में रोजाना प्रवासियों को वापस भेजा जा रहा है. हरियाणा से चलाई जा रही ट्रेन एवं बस सेवा के माध्यम से अभी तक 1 लाख से अधिक प्रवासियों को उनके राज्य भेजा गया है.

इसके तहत बुधवार को भिवानी से अररिया (बिहार) के लिए 1440 श्रमिकों को, गुरुग्राम से टीकमगढ़ (मध्यप्रदेश) के लिए 1400 एवं मधुबनी (बिहार) के लिए 1600, रोहतक से पटना दानापुर, (बिहार) के लिए 1433 एवं टीकमगढ़ (मध्यप्रदेश) के लिए 1440, रेवाड़ी से सागर(मध्यप्रदेश) के लिए 1412 और नारनौल से मेघनगर (मध्यप्रदेश) के लिए 1440 श्रमिकों को ट्रेन से रवाना किया गया.

प्रशासनिक, पुलिस व रेलवे के अधिकारियों ने स्पेशल श्रमिक टे्रन के यात्रियों को मंगलमय यात्रा की शुभकामनाएं दी. भिवानी स्टेशन से ट्रेन में रवाना किए गए 1440 श्रमिकों के बीच सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए प्रत्येक डिब्बे में 50 से 60 श्रमिकों को ही बैठाया गया तथा सभी श्रमिकों को उपहार के तौर पर एक-एक परना व मास्क भी दिया.

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इससे पूर्व, उनका मेडिकल चैकअप किया गया तथा दोपहर का खाना भी साथ में दिया गया. इनमें अररिया के 656, कटिहार के 151, किशनगंज के 3, मधेपुरा के 110, पूर्णिया के 217, सहरसा के 80 व सुपोल जिला के 223 मजदूर थे. वहीं ज्यादातर श्रमिकों का कहना था कि हरियाणा में उन्हें रोजी-रोटी कमाने का अच्छा अवसर मिलता है, लेकिन महामारी के कारण उनके घर पर रहने वाले परिजनों की देखभाल के लिए उनका जाना जरूरी है.

वहीं रोहतक से 1433 प्रवासी पटना दानापुर (बिहार) और 1440 प्रवासी मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ के लिए रवाना किया गया. श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन में 1400 व्यस्क व 33 बच्चे सवार हुए. इस ट्रेन के माध्यम से झज्जर, यमुनानगर, जींद, भिवानी, पलवल, नूंह, हिसार व रोहतक सहित आठ जिलों के प्रवासी मजदूर बिहार के लिए रवाना हुए. सभी प्रवासी मजदूरों व बच्चों की स्वास्थ्य जांच की गई तथा उन्हें मास्क, सैनिटाइजर एवं खाने-पीने की वस्तुएं भी उपलब्ध करवाई गई.

गुरुग्राम रेलवे स्टेशन से दो श्रमिक स्पेशल ट्रैन मध्य प्रदेश तथा बिहार के लगभग 3000 श्रमिकों के साथ रवाना हुई. ट्रैन में बिठाने से पहले सभी श्रमिकों तथा उनके परिजनों की थर्मल स्कैनिंग करके यह सुनिश्चित किया गया कि उनमें से कोई भी कोरोना संक्रमित तो नहीं है. टीकमगढ़ के लिए गई ट्रेन में 20 बोगियों में सवार होकर लगभग 1400 श्रमिक खुशी-खुशी अपने घरों को रवाना हुए हैं. इसी प्रकार, गुरुग्राम रेलवे स्टेशन से दूसरी श्रमिक स्पेशल ट्रेन बिहार के मधुबनी के लिए रवाना की गई है, जिसमें लगभग 1600 श्रमिक अपने गांवों को गए हैं.

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वहीं नारनौल में फंसे 1601 श्रमिकों व बच्चों को लेकर नारनौल के रेलवे स्टेशन से एक विशेष रेलगाड़ी मेघनगर (झाबुआ) मध्य प्रदेश के लिए रवाना हुई. इनमें 161 बच्चे शामिल हैं. श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ी लगभग 12 घंटे में अपने गंतव्य पर पहुंचेगी. इसी प्रकार, रेवाड़ी जंक्शन से 1412 खेतीहर प्रवासी श्रमिकों को लेकर श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ी मध्यप्रदेश राज्य के सागर के लिए रवाना हुई. श्रमिकों व उनके परिजनों को विदा करते समय हरियाणा सरकार की ओर से पैक्ड भोजन के साथ पानी की बोतल तथा टिकट नि:शुल्क दी गई. बच्चों के लिए बिस्किट तथा नमकीन के विशेष रूप से तैयार करवाए गए पैकेट दिए गए.

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