चंडीगढ़:हरियाणा में किसानों की सुविधा के लिए जल्द ही फसल क्षतिपूर्ति भुगतान के लिए नया पोर्टल शुरू किया (New portal started soon in haryana for farmers) जाएगा. इसके लिए हरियाणा सरकार के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है. यह बात हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कही. उन्होंने कहा कि अब किसान भी इस पोर्टल पर अपने फसल नुकसान का ब्यौरा दर्ज कर सकेंगे.
सीएम ने कहा कि कई बार विभाग के आंकलन का मिलान नहीं हो पाता था, इसके चलते सरकार ने किसानों को भी यह सुविधा देने का फैसला लिया है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि गुड गवर्नेंस के नाते सरकार लगातार कार्य कर रही है. इसके अंतर्गत बहुत सी सेवाएं ऑनलाइन दी जा रही हैं. इसी कड़ी में मंगलवार को सत्ता पक्ष के विधायकों को आईटी प्रोजेक्ट के ओरिएंटेशन प्रोग्राम के तहत प्रशिक्षण दिया गया. इसमें सरकार द्वारा चलाए जा रहे 15 पोर्टल की विस्तृत जानकारी संबंधित विभागों द्वारा दी गई.
इसके तहत ग्राम दर्शन पोर्टल, नगर दर्शन पोर्टल, हरियाणा मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक सहायता, मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना, वृद्धावस्था सम्मान भत्ता योजना, पीले राशन कार्ड की सेवाएं, आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, हरियाणा इंजीनियरिंग वर्क्स पोर्टल, आनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी, परिवार पहचान पत्र पोर्टल, मेरी फसल-मेरा ब्यौरा योजना, ई-खरीद पोर्टल भी शामिल है.
इसके अलावा हरियाणा सरकार ने प्राकृतिक आपदा से खराब फसलों के लिए मुआवजा राशि को 12 हजार रुपये से बढ़ाकर 15 हजार रुपये प्रति एकड़ कर दिया है. यह स्लैब 75 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति के लिए लागू होगा. दूसरे स्लैब में दस हजार रुपये के मुआवजे को बढ़ाकर 12 हजार पांच सौ रुपये प्रति एकड़ कर दिया गया है. यही नहीं, राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana) में 2 एकड़ से कम खेती करने वाले किसानों का प्रीमियम भी खुद ही भरने का निर्णय लिया है. जबकि 2 से 5 एकड़ तक जमीन वाले किसानों के हिस्से का आधा प्रीमियम अदा करेगी.
25 मई तक होगी गेहूं की खरीद:मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि इस वर्ष 50 प्रतिशत कम गेहूं की खरीद हुई (haryana CM on wheat purchase) है. निर्यात खुला होने के कारण एमएसपी से ऊपर गेहूं की बिक्री हुई है, लेकिन अब केंद्र सरकार ने निर्यात पर रोक लगा दी है. इसके चलते अब 25 मई तक हरियाणा की मंडियों में गेहूं की खरीद की जाएगी. जिन किसानों के पास गेहूं का स्टॉक बचा हुआ है, वे मंडी में आकर बेच सकते हैं.