चंडीगढ़: नगर निगम की लापरवाही के कारण एमसी के तहत आने वाली गौशाला की हालत बेहद खराब हो गई है. एमसी की ओर से न तो गायों के लिए पर्याप्त चारा है और न ही गायों के लिए उठने बैठने के लिए साफ-सुथरी जगह ही उपलब्ध है. जिस कारण गायों को बीमारियां हो रही हैं और कई मौतें भी हो चुकी हैं.
मेयर ने किया दौरा
इसकी शिकायत सुन शुक्रवार को नगर निगम के मेयर राजेश कालिया ने दौरा किया और गौशाला की हालत ठीक करने के लिए 10 दिन का समय दिया है. इस दौरान कांग्रेसी पार्षद भी मौजूद रहे. इंडस्ट्रीयल ऐरिया स्तिथ गौशाला के लिए मेयर ने अपने फंड से उक्त गौशाला को सुधारने के लिए 35 लाख रुपये का बजट दिया. इसके बाद भी एमसी के आला अधिकारियों ने गौशाला को ठीक कराना सही नहीं समझा.
अव्यवस्था से मर रही गायें
बताया जाता है गायें यहां फंसकर मर रही हैं. घायल पशुओं का समय पर इलाज नहीं हो पा रहा है. उनके लिए खाने की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है और पीने का पानी भी साफ नहीं है. गौशाला में जगह-जगह बरसात का पानी और गौमूत्र गोबर है. जिस कारण कड़ाके की शीतलहर के बीच ये पशु वहां बैठ नहीं पा रहे हैं और ठंड में चौबीसों घंटे खड़े रहते हैं. बैठने के स्थान पर पांच-पांच फुट गोबर जमा हुआ है. इसके बाद भी यहां की सफाई, पर्याप्त चारा, साफ पानी, डाक्टरों की व्यवस्था तक नहीं हो पाई है.