चंडीगढ़: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चंडीगढ़ में परिवार पहचान पत्र के मॉडल को समझने के लिए आए महाराष्ट्र के प्रतिनिधिमंडल (Maharashtra delegation meets Manohar Lal) के साथ मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र के प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार ने पीपीपी के माध्यम से अपनी तरह का नया प्रयोग किया है. आज केंद्र सरकार आधार कार्ड के माध्यम से सरकारी योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुंचा रही है लेकिन हमने महसूस किया कि प्रदेश में व्यक्ति नहीं बल्कि परिवार एक ईकाई है. इसे ध्यान में रखते हुए एक परिवार की यूनिक आईडी बनाने का फैसला लिया और एक महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की.
मनोहर लाल ने कहा कि नवीनतम तकनीक के माध्यम से परिवार पहचान पत्र बनाया गया और इसे पूरे प्रदेश में लागू किया गया. आज हरियाणा में पीपीपी के माध्यम से न केवल सरकार की योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है बल्कि जाति प्रमाण पत्र, इनकम प्रमाण पत्र आदि बनाकर आम आदमी के जीवन को सरल, सुगम और आसान बनाने का काम किया है. मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र के प्रतिनिधि मंडल को अवगत करवाया कि कौशल रोजगार निगम के तहत किस प्रकार कर्मचारियों की नियुक्ति की जा रही और उन्हे लाभ भी प्रदान किए जा रहे है. इसके अलावा सरकारी नौकरियों के लिए युवाओं की सामान्य प्रवेश परीक्षा लेने का निर्णय लिया गया है जिसके तहत युवाओं को तृतीय श्रेणी तक की परीक्षाओं के लिए उपयुक्त माना गया है.