चंडीगढ़: आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ के अध्यक्ष प्रेम गर्ग ने अपने पार्षदों को डंगर और जंगली कहने पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि ऐसे शब्दों का इस्तेमाल बेहद निंदनीय है. आम आदमी पार्टी के पार्षदों के लिए डंगर (चारा खाने वाले जानवर) और जंगली जैसे अभद्र शब्दों का उपयोग करना और वह भी महिला पार्षदों के लिए बहुत शर्मनाक है. गर्ग ने कहा कि चंडीगढ़ के किसी नेता ने आज से पहले कभी शहर के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के लिए ऐसी गंदी और अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं किया होगा.
चंडीगढ़ सांसद महिला और शहर की प्रतिनिधि होने के नाते महिला पार्षदों की गरिमा को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार हैं. जनप्रतिनिधियों के लिए इस तरह की गंदी और अभद्र भाषा का प्रयोग न केवल पार्षदों का बल्कि शहर की जनता का भी अपमान है. गर्ग ने कहा कि वह श्रीमती खेर के प्रति केवल सहानुभूति ही रख सकते हैं. क्योंकि शहर से उनकी लंबी अनुपस्थिति की आलोचना के कारण वह बहुत अधिक मानसिक तनाव से गुजर रही होंगी. हो सकता है कि इस मानसिक तनाव के कारण वह सही शब्दों का चयन करना भूल गई हों.
मैं ईश्वर से केवल प्रार्थना कर सकता हूं कि वह सम्मानित पार्षदों के प्रति इस तरह की गंदी और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के बजाय उसे बेहतर सेंस ऑफ ह्यूमर दे. विरोध करना हर पार्षद का मौलिक अधिकार है. मेयर की पूरी चुनावी प्रक्रिया जिस तरह से संचालित की गई वो लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए एक बड़ी शर्म की बात थी. इसलिए भाजपा द्वारा जनादेश के अपहरण के खिलाफ कड़ा विरोध करना स्वाभाविक था. हमारे विरोध करने वाले पार्षदों को डंगर या जंगली जानवर कहना अनुचित, शर्मनाक, अप्रत्याशित और अनुचित है. आम आदमी पार्टी को उम्मीद है कि यदि भाजपा सांसद द्वारा इस्तेमाल किए गए अभद्र शब्दों पर उन्हें कोई पछतावा है तो उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए.