चंडीगढ़:कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन अस्पतालों में केवल गंभीर रूप से बीमार मरीजों को भर्ती किया जा रहा है. ऐसे में अगर घर का कोई सदस्य कोरोना पॉजिटिव हो जाता है तो उसे घर में ही रखते हुए घरवाले उसका ध्यान रख सकते हैं. लेकिन इस दौरान घरवालों को कुछ सावधानियों का भी ध्यान रखना होगा. इसे लेकर ईटीवी भारत ने चंडीगढ़ पीजीआई के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के डॉक्टर सोनू गोयल से बात की.
अगर घर का कोई सदस्य कोरोना पॉजिटिव हो जाता है तो परिवार के लोग उसकी देखभाल करने से डरते हैं, लेकिन डरने की बजाए परिवार के अन्य सदस्य कुछ सावधानियों का पालन करके कोरोना संक्रमित सदस्य का खयाल रख सकते हैं. चंडीगढ़ पीजीआई के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के डॉक्टर सोनू गोयल का कहना है कि सबसे मुख्य तीन सावधानियां हैं. सबसे पहले तो इस बात को निश्चित करना चाहिए कि घर के लोग किसी भी सूरत में मरीज के संपर्क में बिल्कुल ना आएं.
ये भी पढ़ें-कोरोना का मतलब अस्पताल जाना नहीं, चंडीगढ़ PGI के डॉक्टर बोले- इन तीन चीजों का ध्यान रखना जरूरी
डॉ. सोनू गोयल का कहना है कि कोरोना के मरीज को हम घर में अलग कमरे में तो रखते ही हैं. इसके अलावा हमें अन्य कई सावधानियां बरतनी होती हैं, जैसे कई लोग कोरोना मरीज के घर में होते हुए भी कपड़े का मास्क इस्तेमाल करते हैं. जो बेहद गलत है, घर के लोगों को हमेशा सर्जिकल मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए.