चंडीगढ़: पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में वकीलों की हड़ताल 14वें दिन भी जारी है. हरियाणा एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल को वापस लेने की मांग को लेकर हाई कोर्ट के वकीलों की तरफ से की जा रही इस हड़ताल के बीच वकीलों का गुस्सा भी बढ़ता नजर आने लगा है.
वकीलों ने की मीडिया कर्मियों के साथ बदसलूकी दरअसल हरियाणा सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि ट्रिब्यूनल का फैसला वापस नहीं लिया जा सकता. दूसरी तरफ वकीलों की तरफ से हड़ताल के बीच हाईकोर्ट के सभी गेट पर धरना दिया गया और आम लोगों को हाईकोर्ट में जाने से रोका गया.
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बुधवार को आम लोगों ने वकीलों की तरफ से हाईकोर्ट में ना जाने देने का जमकर विरोध किया था. ऐसा ही मामला वीरवार को भी सामने आया जब एक बुजुर्ग महिला ने हाईकोर्ट में जाने देने की गुजारिश की. उसके बाद भी वकीलों ने जब महिला को नहीं जाने दिया तो वृद्ध महिला ने इस पर नाराजगी जाहिर की.
हाई कोर्ट के वकीलों ने इस बीच इस पूरे घटनाक्रम को कवर कर रहे मीडिया कर्मियों के साथ बदसलूकी की और हाथापाई पर उतर आए. इस बीच एक मीडियाकर्मी के हाथ में चोट आई तो वहीं एक मीडियाकर्मी का कैमरा भी टूटा.
मीडिया कर्मियों ने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए मामले की शिकायत पुलिस को भी दी. हालांकि इस बीच पंजाब के एजी अतुल नंदा ने आकर कुछ वकीलों की तरफ से की गई बदसलूकी पर माफी मांगी. मीडियाकर्मियों को विश्वास भी दिलाया कि फिर से ऐसा वकीलों की तरफ से नहीं होगा.
गौरतलब है कि हाई कोर्ट के वकीलों का हरियाणा एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल को लेकर हड़ताल पिछले 14 दिन से जारी है. इसको लेकर हाईकोर्ट के वकील हरियाणा के राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा चुके हैं और हरियाणा के एजी से बैठक भी कर चुके हैं.
हाल ही में हाई कोर्ट के वकीलों की एक पीआईएल पर हाईकोर्ट ने ट्रिब्यूनल के नोटिफिकेशन को डेफर भी कर दिया है. अब हाईकोर्ट के वकील ट्रिब्यूनल को वापस लेने की मांग कर रहे हैं, जिस पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 2 दिन पहले विधानसभा सत्र में स्पष्ट कर दिया है कि ट्रिब्यूनल का फैसला वापस नहीं लिया जा सकता.