चंडीगढ़:गृह मंत्री अनिल विज ने सरकार पर लग रहे घोटालों के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि विपक्ष इस मामले में अनाड़ी की तरह बर्ताव कर रहा है. कैग की रिपोर्ट पर पब्लिक अकाउंट कमिटी काम करती है. यह कमेटी इस रिपोर्ट की जांच करती है.
घोटालों के आरोपों पर दिया जवाब
उन्होंने आगे कहा कि पीएसी रिपोर्ट की जांच के बाद इस रिपोर्ट पर कार्रवाई होगी. पीएसी की जो रिपोर्ट आएगी उसी रिपोर्ट को फाइनल माना जाएगा. पीएसी ही कैग की रिपोर्ट की जांच करती है. पीएसी की रिपोर्ट को विधानसभा में रखा जाता है उसके बाद ही बातचीत होती है.
क्या है कैग की रिपोर्ट में?
बता दें कि भारत के नियंत्रक महालेखा परीक्षक (कैग) ने अपनी रिपोर्ट में हरियाणा के विभिन्न सरकारी विभागों की कार्यप्रणाली पर उंगली उठाई थी. कैग की 31 मार्च 2018 को समाप्त वित्तीय वर्ष की रिपोर्ट विधानसभा पटल पर रखी गई थी. इसमें अनेक अनियमितताओं को उजागर किया गया. सरकारी खर्च बढ़ा है, आमदनी कम हुई है और खनन माफिया व ठेकेदार पूरी तरह से बेलगाम हैं.
कांग्रेस हुई आक्रामक
सरकारी विभागों के लापरवाही बरतने से सरकारी खजाने को राजस्व में बड़ी चपत लगी है. खनन विभाग ने खदान और खनिज विकास एवं पुनर्वास निधि में 49 करोड़ 30 लाख रुपये नहीं जमा करवाने वाले 48 ठेकेदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. टेंडर राशि जमा नहीं करवाने वाले 84 में से 69 ठेकेदारों के खिलाफ भी कोई कदम नहीं उठाया गया. इन ठेकेदारों पर बकाया 347 करोड़ रुपये नहीं वसूले गए. इसी रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर घोटालों के आरोप लगाए हैं.