चंडीगढ़:हरियाणा कांग्रेस का चिंतन शिविर चंडीगढ़ (Haryana Congress camp in Panchkula) में जारी है. एक दिवसीय इस चिंतन शिविर में कांग्रेस विधायक रघुवीर सिंह कादियान ने कृषि मामलों पर प्रस्ताव पेश किया. जिसमें उन्होंने कहा कि हरियाणा का किसान और आम जनता बदलाव चाहती है. उन्होंने कहा कि किसान अब भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यकाल को याद कर रहे हैं. क्योंकि हुड्डा सरकार में किसानों की खुशहाली का काम हुआ था. उस वक्त किसान की जमीन कुर्की पर रोक लगाई थी.
किसानों के कर्ज, ब्याज और 1600 करोड़ रुपए के बिजली बिल माफ किए थे. हुड्डा राज में धान के रेट 5 हजार तक पहुंच गए थे. इसके अलावा विधायक अमित सिहाग ने किसानों और मजदूरों की हालत सुधारने के लिए सुझाव रखे. किसानों को इंधन समेत कई संसाधनों पर सब्सिडी की सिफारिश की. मजदूरों को सशक्त करने के बारे में भी सुझाव दिए. इसके अलावा सिंचाई और सेम को लेकर विस्तृत नीति बनाने का प्रस्ताव रखा. अमित सिहाग ने कहा कि किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए नीति बननी चाहिए.
हरियाणा कांग्रेस का एक दिवसीय चिंतन शिविर इसके अलावा विधायक राव दानसिंह ने आर्थिक मामलों पर प्रस्ताव पेश किया. उन्होंने कहा कि हरियाणा में निवेश और रोजगार घट रहे हैं, कर्जा बढ़ रहा है. 2014 से पहले हरियाणा प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, रोजगार सृजन और विकास में पहले पायदान पर था. आज बेरोजगारी, अपराध और बदहाली में पहले पायदान पर है. उन्होंने दावा किया कि हरियाणा पर 3,24,448 करोड़ से ज्यादा का कर्ज हो गया है. हरियाणा में आज बेरोजगारी दर 30.6% पहुंच चुकी है, जो देश में सबसे ज्यादा है.
इसकी वजह से हरियाणा के युवा नशे, अपराध और निराशा में डूबते जा रहे हैं. कांग्रेस पार्टी बीजेपी जेजेपी को सत्ता से बाहर करके हरियाणा को फिर से आर्थिक तौर पर सशक्त बनाएगी. विधायक गीता भुक्कल ने इस दौरान सामाजिक न्याय, दलित, पिछड़ा वर्ग और महिलाओं के मुद्दों पर प्रस्ताव पेश किया. उन्होंने कहा कि तमाम वर्ग आज अनदेखी का शिकार हो रहे हैं. हुड्डा सरकार के दौरान शुरू की गई तमाम कल्याणकारी योजनाओं को मौजूदा सरकार ने या तो बंद किया या उनका नाम बदलकर उन्हें निष्क्रिय कर दिया गया है.
कांग्रेस सरकार बनने पर उन तमाम कल्याणकारी योजनाओं को फिर से शुरू किया जाएगा. 100-100 गज के प्लॉट, बिजली, पानी के मुफ्त कनेक्शन देने, मकान बनाने के लिए राशि देने जैसी योजनाओं को फिर से शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि दलित और पिछड़ों की छात्रवृत्ति बंद की जा रही है. फिर से कांग्रेस सरकार बनने पर विद्यार्थियों के लिए तमाम कल्याणकारी योजनाओं को फिर से शुरू किया जाएगा.
इस मौके पर विधायक जयवीर वाल्मीकि ने कहा था कि कांग्रेस सरकार के दौरान 30 करोड़ लोग गरीबी रेखा से नीचे थे. मोदी सरकार में 80 करोड़ लोग गरीब हो गए हैं. बीजेपी की सोच हमेशा गरीब को गरीब रखने की है. आज देश में सिर्फ 4 लोग शासन चला रहे हैं. मोदी, शाह, अडानी, अंबानी. कांग्रेस के इस शिविर में पार्टी के तमाम पूर्व विधायक, वर्तमान विधायक, सांसद और पूर्व सांसदों के साथ-साथ हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के अलावा केंद्रीय नेता वेणुगोपाल को भी न्योता दिया गया.
हैरानी की बात ये है कि चिंतन शिविर में खास बात ये है कि इस शिविर के लिए हरियाणा कांग्रेस प्रभारी विवेक बंसल के साथ-साथ बागी नेता कुलदीप बिश्नोई को भी निमंत्रण नहीं दिया गया है. पंचकूला में हो रहे इस चिंतन शिविर के लिए 9 विशेष आमंत्रित सदस्य बुलाए गए. लेकिन सम्मेलन से पार्टी प्रभारी विवेक बंसल को दूर रखा गया है. शाम 5 बजे सम्मेलन संपन होगा. जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष उदय भान प्रेस वार्ता को भी संबोधित (Congress camp in haryana) करेंगे.
शिविर में इन मुद्दों पर चर्चा:भारत जोड़ो यात्रा के अंतर्गत 9 अगस्त से 15 अगस्त तक सभी जिलों में होने वाली 75 किलोमीटर की पदयात्रा की रूपरेखा तैयार की जाएगी. बीजेपी सरकार की दमनकारी नीतियों, तानाशाही, बेतहाशा तरीके से बढ़ रही महंगाई, बेरोजगार, दिन प्रतिदिन बिगड़ रही कानून व्यवस्था, कांग्रेस और अन्य दलों के नेताओं के खिलाफ झूठे दर्ज हो रहे मामलों के साथ-साथ अन्य मुद्दों को आम जनता तक पहुंचने के लिए रणनीति तैयार की जाएगी.
2 अक्टूबर से भारत जोड़ो पदयात्रा:2 अक्टूबर को कन्याकुमारी से आरंभ होकर कश्मीर तक जाने वाली 3500 किलोमीटर लंबी भारत जोड़ो पदयात्रा का हरियाणा में रूट (congress Bharat Jodo Camp) और उसको लेकर रणनीति तैयार की जाएगी. वहीं, कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के नेता राहुल गांधी की नीतियों और कार्यक्रमों के साथ ही यूपीए सरकार के फ्लैगशिप कार्यक्रमों को जनता तक पहुंचाने के लिए विचार विमर्श किया जाएगा, ताकि पार्टी को और अधिक मजबूती प्रदान की जा सके.
यानी इस चिंतन शिविर में पार्टी हरियाणा में मजबूती के लिए अपनी रणनीति बनाने का काम करेगी. आने वाले समय में पार्टी किस तरह से जनता के बीच जाएगी, इसको लेकर कार्यक्रम में तय किया जाएगा, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि जब इस कार्यक्रम में पार्टी प्रभारी विवेक बंसल को नहीं बुलाया गया है, और वही बागी नेता कुलदीप बिश्नोई को भी दूर रखा गया है तो फिर ऐसे में हरियाणा कांग्रेस की गुटबाजी और अंतरकलह पर कैसे लगाम लग सकेगी.