चंडीगढ़: एचसीएस की परीक्षा को लेकर हरियाणा मंत्रिमंडल की बैठक में लिए गए फैसले को हरियाणा सरकार ने लागू कर दिया है. मंत्रिमंडल में सहमति बनने के बाद राज्यपाल की अनुमति के बाद सरकार की तरफ नोटिफिकेशन जारी कर दी गई है. हरियाणा में अब अलग-अलग विभागों से एचसीएस में अपीयर होने के लिए दो परीक्षा पास करनी होगी, एलजीबीटी का टेस्ट पास करना होगा.
हरियाणा लोक सेवा आयोग द्वारा हरियाणा सिविल सेवा (कार्यकारी शाखा) और अन्य समवर्गी सेवाओं के पदों के लिए प्रारंभिक परीक्षा के सिविल सेवाएं योग्यता परीक्षा (सीएसएटी पेपर) को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की तर्ज पर क्वालिफाइंग पेपर बनाने की स्वीकृति प्रदान की गई है.
सरकार की तरफ नोटिफिकेशन जारी कर दी गई है. 100-100 नंबर के दो ऑब्जेक्टिव टाइप पेपर होंगे
नए नियमों के मुताबिक राज्य सिविल सर्विसेज प्रीलिम्स एग्जाम में 100-100 नंबर के दो पेपर होंगे. दोनों पेपर ऑब्जेक्टिव टाइप होंगे. दोनों की अवधि 2-2 घंटे होगी. प्रत्येक गलत उत्तर के लिए एक चौथाई अंक (0.25) काटा जाएगा. हरियाणा सिविल सेवा ( कार्यकारी शाखा ) प्रथम संशोधन नियम, 2020 हरियाणा लोक सेवा आयोग और संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा प्रणाली में समरूपता होगी.
HCS के लिए अप्लाई करने के लिए पास करनी होगी दो परीक्षा. एक सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट भी होगा
बता दें कि, इसमें एक सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट भी होगा जिसमें कॉम्प्रीहेंशन, इंटर पर्सनल स्किल्स, कम्युनिकेशन स्किल, लॉजिकल रीजनिंग, एनालिटिकल एबिलिटी, डिसिजन मेकिंग, प्रोब्लम सोल्विंग, जनरल मेंटल एबिलिटी, बेसिक न्यूमेरेसी, ऑर्डर ऑफ मैग्नीट्यूड (10वीं तक का), डाटा इंटरप्रीटेशन (10वीं लेवल तक का चार्ट, ग्राफ, टेबल, डाटा सफिशियंसी) से जुड़े प्रश्न पूछे जाएंगे.
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संशोधन के अनुसार, अब प्रारंभिक परीक्षा का सिविल सेवाएं योग्यता परीक्षा (प्रश्न पत्र-2) 33 प्रतिशत अंकों के न्यूनतम अर्हता अंक के साथ एक क्वालीफाइंग पेपर होगा और प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम केवल पेपर-1 (सामान्य अध्ययन) के अंकों पर आधारित होगा, बशर्ते कि उम्मीदवार ने सिविल सेवाएं योग्यता परीक्षा (पेपर-2) उत्र्तीण कर लिया हो. इससे पूर्व, प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम और इसकी मैरिट उम्मीदवार द्वारा दोनों परीक्षाओं के अंकों के आधार पर तैयार की जाती थी.