चंडीगढ़: साल 2020 में चंडीगढ़ में शुरू होने वाली मुख्य योजनाओं में सबसे पहले है नाम बदलने की योजना. 2020 में चंडीगढ के कई स्थानों का नाम बदला जाएगा जिसमें से सबसे मुख्य है चंडीगढ़ में सेक्टर-13 का नाम दिया जाना. प्रशासन मनीमाजरा को सेक्टर-13 का नाम देने की तैयारी में है.
बता दें की चंडीगढ का नक्शा फ्रांस के वास्तुकार ली कार्बुजिए द्वारा बनाया गया था. ली कार्बुजिए 13 नंबर को शुभ नहीं मानते थे और इसलिए उन्होंने चंडीगढ में सेक्टर-13 रखा ही नहीं. चंडीगढ में सेक्टर-12 के बाद सेक्टर-14 आता है लेकिन चंडीगढ प्रशासन सेक्टर-13 बनाने की तैयारी में है. इसके लिए प्रशासन की ओर से चंडीगढ़ के लोगों की राय भी ली गई है. 90 प्रतिशत लोग इसके पक्ष में है. मनोज परीदा ने बताया कि कई और जगहें भी ऐसी हैं जिनका नाम बदला जाना है. नए साल में प्रशासक से बैठक के बाद नए नामों की घोषणा कर दी जाएगी.
ट्रिब्यून चौक पर बनेगा फ्लाईओवर
अगले साल ट्रिब्यून चौक पर फ्लाईओवर का काम भी शुरू हो जाएगा. ये योजना पिछले काफी समय से अटकी हुई है. पहले यह फ्लाईओवर जीरकपुर से बनना था लेकिन अब यह फ्लाईओवर हल्लो माजरा से शुरू होकर सेक्टर-32 अस्पताल के चौक तक जाएगा. इस बारे में बात करते हुए मनोज परीदा ने बताया कि फ्लाईओवर को लेकर लगभग सभी औपचारिकताएं पूरी हो गई हैं.
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फ्लाईओवर बनने वाली जगह पर 700 पेड़ हटाये जाने थे लेकिन हाईकोर्ट में मामला जाने के बाद अब पेड़ों को हटाने की संख्या कम करके 400 कर दी गई है और उन पेड़ों को किसी दूसरी जगह पर लगाया जाएगा. फिलहाल कुछ संस्थाएं उन 400 पेड़ों को भी वहां से हटाने का विरोध कर रही हैं. बातचीत के बाद इसका भी हल निकाल लिया जाएगा और आने वाले साल में ट्रिब्यून चौक पर फ्लाईओवर बना दिया जाएगा.
चंडीगढ़ में चलेंगे इलेक्ट्रिक बसें
मनोज परीदा ने बताया कि अगले साल चंडीगढ़ में इलेक्ट्रिक बसें शुरू कर दी जाएंगी. चंडीगढ़ प्रशासन ने 40 बसों के लिए टेंडर निकाले थे लेकिन उनका रेट काफी ज्यादा था इसलिए प्रशासन अब दोबारा टेंडर निकालने जा रहा है और उम्मीद है कि अगले साल चंडीगढ़ में इलेक्ट्रिक बसें चलनी शुरू हो जाएंगी. इसके अलावा चंडीगढ़ प्रशासन निजी इलेक्ट्रिक वाहनों पर भी जोर दे रहा हैं.
इसके लिए लोगों को सब्सिडी भी दी जाएगी और चंडीगढ़ प्रशासन ने कई जगह चार्जिंग पॉइंट भी लगा दिए हैं. इसके अलावा प्रशासन की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा सरकारी वाहनों को भी इलेक्ट्रिक वाहनों से बदल दिया जाए ताकि शहर के प्रदूषण में कमी लाई जा सके क्योंकि चंडीगढ़ में फैक्ट्रियों का प्रदूषण नहीं है. यहां पर होने वाला प्रदूषण वाहनों का ही है तो जितने वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदल दिया जाएगा चंडीगढ़ में प्रदूषण उतना ही कम होगा.