चंडीगढ़: सरकारी तेल कंपनियों ने सोमवार सुबह पेट्रोल डीजल के रेट जारी कर दिए (Diesel and Petrol rate in Haryana ) हैं. प्रदेश में लगातर दूसरे दिन पेट्रोल डीजल की कीमतों में कोई फेरबदल नहीं हुआ है. 14 मई 2022 को हरियाणा में पेट्रोल 106.20 रुपये (Petrol rate in Haryana) और डीजल 97.42 रुपये प्रति लीटर बिक रहा (Diesel rate in Haryana) है. राष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर बीते एक महीने से ब्रेक लगा हुआ है. आखिरी बार 6 अप्रैल को ईंधन की कीमत में इजाफा हुआ था. राष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल डीजल की कीमतों बदलाव ना होने की वजह से इसका थोड़ा बहुत असर प्रदेश में भी देखने को मिल रहा है.
Diesel and Petrol rate in Haryana: पेट्रोल-डीजल के नए रेट जारी, जानिए क्या है आपके शहर में भाव - चंडीगढ़ में पेट्रोल डीजल की कीमत
हरियाणा में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आज भी कोई बदलाव नहीं हुआ (Diesel and Petrol rate in Haryana) है. लोगों का यही कहना है कि डीजल-पेट्रोल के दाम और कम होने चाहिए इससे सामान्य आय वाले परिवार पर पेट्रोल-डीजल की महंगाई की मार कम पड़े.
पिछले कई दिनों से हरियाणा में प्रतिदिन पेट्रोल -डीजल की कीमतों में उतार-चढ़ाव बना हुआ (Petrol Diesel Price Hike In Haryana) है. ईधन की कीमतों में उतार चढ़ाव के पीछे अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में स्थिरता को बताया जा रहा है. इसके बावजूद हरियाणा के सिरसा जिले में लोगों को सबसे मंहगा पेट्रोल खरीदना पड़ रहा है.सिरसा में लोगों को एक लीटर पेट्रोल के लिए 107.53 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं. जबकि एक लीटर डीजल के लिए लोगों को 98.18 रुपये चुकाने पड़ रहे है. वहीं राजधानी चंडीगढ़ में 8 अप्रैल के बाद से तेल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ (Petrol Diesel Price In Chandigarh) है. सोमवार को चंडीगढ़ में पेट्रोल 104.74 रुपये जबकि डीजल 90.83 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है.
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत के आधार पर पेट्रोल और डीजल की कीमत प्रतिदिन अपडेट की जाती है. इस आधार पर देश की तेल कंपनियां रोजान पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव करती (Petrol Diesel New Rate In Haryana) हैं. पेट्रोल की कीमत को कई कारक निर्धारित करते हैं- जैसे रुपये से अमेरिकी डॉलर विनिमय दर, कच्चे तेल की लागत, वैश्विक संकेत, ईंधन की मांग, आदि. जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती हैं, तो भारत में ईंधन की कीमत बढ़ जाती है. पेट्रोल दर रिफाइनरियों, उत्पाद शुल्क, डीलर कमीशन और मूल्य वर्धित कर या वैट में भुगतान जोड़कर तय की जाती है. इन्हें जोड़ने के बाद पेट्रोल का खुदरा बिक्री मूल्य लगभग दोगुना हो जाता है.