चंडीगढ़: देश में लॉक डाउन के कारण लोग अपने घरों में रह कर ही इस बार बैसाखी मना रहे हैं. वहीं प्रदेश के नेताओं और मंत्रियों ने प्रदेशवासियों को ट्विटर के माध्यम से बैसाखी पर्व की शुभकामनाएं दी हैं और लोगों से अपील की है कि घर के अंदर रह कर ही पर्व मनाएं.
क्यों मनाते हैं बैसाखी?
हिंदी कैलेंडर के अनुसार इस दिन को हमारे सौर नव वर्ष की शुरुआत के रूप में भी जाना जाता है. इस दिन लोग अनाज की पूजा करते हैं और फसल के कटकर घर आ जाने की खुशी में भगवान और प्रकृति को धन्यवाद करते हैं. देश के अलग-अलग जगहों पर इसे अलग नामों से मनाया जाता है-जैसे असम में बिहू, बंगाल में नबा वर्षा, केरल में पूरम विशु के नाम से लोग इसे मनाते हैं.
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