चंडीगढ़:हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 में बीजेपी के मिशन 75 पार पर कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने सवाल उठाए हैं. चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग चुनाव से पहले दावे करते हैं, उनको लेकर इलेक्शन कमीशन को स्पष्टीकरण देना चाहिए कि यह लोग कौन हैं? क्या यह लोग लोकतंत्र के साथ छेड़छाड़ तो नहीं कर रहे?
महाराष्ट्र चुनाव के घोषणा पत्र में सावरकर भारत रत्न देने का वादा
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने जो घोषणापत्र जारी किया है उसमें विनायक दामोदर सावरकर यानी सावरकर को भारत का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान भारत रत्न देने का वादा किया है. इस पर तंज कसते हुए मनीष तिवारी ने कहा कि बीजेपी वीर सावरकर को भारत रत्न देने का वादा महाराष्ट्र की जनता से कर रही है. वहीं बीजेपी भगत सिंह सुखदेव और राजगुरु को शहीद को भारत रत्न क्यों नहीं दे रही? एक सवाल के जवाब में उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा बीजेपी सरकार लंबे समय से शहीद भगत सिंह के नाम पर बनने वाले मोहाली एयरपोर्ट के नाम को मंजूरी नहीं दे रही है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी 'बीजेपी को हरियाणा से बाहर भेजे जनता'
हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और आदमपुर साहिब से सांसद मनीष तिवारी ने अर्थव्यवस्था में मंदी के लिए बीजेपी की सरकार में बढ़ी सांप्रदायिकता को जिम्मेदार बताया है. उन्होंने कहा कि जिस देश में सामाजिक भाईचारे की बजाय सांप्रदायिकता अधिक हो वहां का आर्थिक विकास हो ही नहीं सकता. इसलिए हरियाणा के लोगों के पास केंद्र की मोदी सरकार को प्रदेश से बीजेपी सरकार को बाहर कर, एक संदेश भेजने का अच्छा मौका है.
'बीजेपी कर रही 370 के मुद्दे पर राजनीति'
मनीष तिवारी ने कहा कि बीजेपी एक तरफ तो हरियाणा में रिकॉर्ड तोड़ विकास करवाने का दावा करती है, वहीं दूसरी तरफ विधानसभा चुनाव के दौरान अनुच्छेद 370 जैसे राष्ट्रीय मुद्दों को उठा रही है. असल में यदि बीजेपी ने विकास कार्य करवाए हैं तो अपने विकास कार्यों पर वोट मांगने की हिम्मत भी दिखाएं.
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'गोते खा रही भारत की अर्थव्यवस्था'
हाल ही में अर्थशास्त्र क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी का हवाला देते हुए मनीष तिवारी ने कहा कि बनर्जी का कहना है कि आज भारत की अर्थव्यवस्था गोते खा रही है और अंत तक पहुंचने वाली है, यदि समय रहते कदम नहीं उठाए तो नतीजे ओर भी भयानक हो सकते हैं.