चंडीगढ़: प्रदेश के किसानों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो और उन्हें समय पर आसानी से सहायता मिल जाए इसके लिए सरकार ने नई योजना की घोषणा की है. इस योजना के तहत सरकार प्रदेश में किसानों के लिए 'किसान मित्र क्लब' बनाने जा रही है, जिनके जरिए किसानों की हर तरह से मदद की जाएगी. इस योजना के तहत वॉलिंटियर्स खेती और फाइनेंशियल प्रोग्रेस के बारे में किसानों को जागरूक करेंगे.
'किसानों को लिए हमारी सरकार ने किया काम'
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस योजना की घोषणा करते हुए कहा कि हरियाणा में 17 लाख किसान परिवार हैं. इन किसान परिवारों की मदद करने का प्रयास हमेशा रहता है, लेकिन किसानों के नाम पर पहले सिर्फ होहल्ला ही हुआ है, काम नहीं हुआ. किसानों का सिर्फ इस्तेमाल किया गया है, लेकिन हम किसानों का सही विकास करना चाहते हैं. हमने किसानों की भूमि का रिकॉर्ड तैयार किया है, गांव की जमीन को लाल डोरा मुक्त बनाया गया है. हमनें 75 गावों की भूमि का लैंड रिकॉर्ड तैयार कर लिया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने 'मेरी फसल मेरा ब्यौरा' पोर्टल शुरू किया, जिससे किसानों की फसल का ब्यौरा तैयार किया है. सीएम मनोहर लाल ने 'किसान मित्र क्लब' योजना की घोषणा करते हुए कहा कि सरकार अगले साल तक ये योजना बनाएगी. प्रति 100 किसानों पर एक मित्र यानि 17 लाख किसानों पर 17 हजार किसान मित्र बनेंगे. हर किसान परिवार को वित्तीय प्रबंधन, फसल लगाने समेत तमाम चीजों के लिए किसान मित्र काम करेंगे. जो अपने जैसे अच्छे किसान खड़े करेगा उसको भी लाभ देंगे.
आवारा सांड़ों की समस्या को लेकर बोले मुख्यमंत्री
आवारा सांड़ों को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वक्त 40 हजार सांड सड़कों पर आवारा घूम रहे हैं. इनमें से 20 हजार सांडों को पंचायतें अपनी गौशालाओं में रखेंगे जबकि 20 हजार सांडों को नंदीशाला बनाकर रखा जाएगा. सरकार और समाज के सहयोग से नंदीशाला बनाई जाएंगी. सरकार नंदीशालाओं के लिए 1 हजार रुपया प्रति एकड़ के साथ जमीन देगी जबकि ग्रांट भी दी जाएगी. वहीं गौशालाओं में जितने बेसहारा पशु रखे जाएंगे उतनी ग्रांट भी अधिक दी जाएगी. अर्बनलॉक बॉडी डिपार्टमेंट और पंचायत विभाग की तरफ से अब तक इस काम को देखा जाता था, लेकिन अब इसे पशुपालन डिपार्टमेंट देखेगा. वहीं नंदीशालाओं की ग्रांट 15 से 20 लाख तक बढ़ाई जाएगी.