चंडीगढ़: जीएमसीएच-32 में बिजली जाने की वजह से चार मरीजों की मौत का मामला बढ़ता दिखाई दे रहा है. इन मरीजों में तीन मरीज कोविड आईसीयू में भर्ती थे जबकि एक अन्य मरीज दूसरी इमारत में भर्ती था.
बताया जा रहा है कि शहर में तेज तूफान आने से अस्पताल में बिजली चली गई थी. बिजली जाने के बाद वेंटिलेटर बंद हो गए थे जिस वजह से इन मरीजों की मौत हुई थी.
इसके बाद मरीजों के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया था. जिसके बाद एसडीएम और पुलिस को अस्पताल आना पड़ा और उन्होंने परिजनों के हंगामे को शांत करवाया.
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अब अस्पताल प्रशासन की ओर से एक प्रेस नोट जारी कर कहा गया है कि ये मरीज गंभीर रूप से बीमार थे. इन मरीजों की मौत बिजली जाने और वेंटिलेटर के बंद होने से नहीं हुई थी. क्योंकि आईसीयू में बिजली की पर्याप्त व्यवस्था की गई है.
अस्पताल में बिजली जाने पर जनरेटर स्वत: ही स्टार्ट हो जाते हैं. तूफान आने के बाद अस्पताल में बिजली प्रभावित हुई थी, लेकिन जनरेटर चलने से यह बाधित नहीं हुई. इसलिए यह नहीं कहा जा सकता कि इन मरीजों की मौत वेंटिलेटर के बंद होने से हुई है.
वहीं मरीजों के परिजनों का साफ तौर पर कहना है कि ये अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही है और मरीजों की मौत वेंटिलेटर बंद होने की वजह से ही हुई है.
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