चंडीगढ़:चैत्र नवरात्र की आज यानी शनिवार से शुरुआत (Chaitra Navratri 2022) हो गई है. ऐसे में नवरात्रि के प्रत्येक दिन मां अंबे के अलग-अलग स्वरूप की पूजा-अर्चना की जाती है. देवी मां के मंदिरों में भक्त बड़ी संख्या में दर्शनों के लिए पहुंचते हैं. चंडीगढ़ में माता मनसा देवी के मंदिर में हर नवरात्रों में लाखों लोग माता के दर्शन के लिए आते हैं. माता मनसा देवी मंदिर (Mata Mansa Devi temple) देश भर में प्रसिद्ध शक्ति पीठों में से एक है. मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ लग जाती है.
मनसा माता मंदिर में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो इसके लिए पुख्ता इंतेजाम किए जाते हैं. साथ ही, सुरक्षा व्यवस्था के लिए हरियाणा पुलिस के साथ-साथ मंदिर के सुरक्षाकर्मी भी तैनात रहते हैं. यहां आने वाले लोगों पर कड़ी नजर रखते हैं, ताकि कोई शरारती तत्व की तरह की शरारत ना करें. इस बार नवरात्रि 2 अप्रैल से 10 अप्रैल तक चलेंगे और इस मौके पर मंदिर को भी भव्य रूप से सजाया गया है, हालांकि इस बार कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा रहा है.
माता मनसा देवी के दरबार में दर्शन के लिए पहुंची श्रद्धालुओं की भीड़ यहीं गिरा था सती माता का माथा- ऐसी मान्यता है कि यहां पर सती माता का माथा गिरा था और यहीं पर पहले सती माता का मंदिर था बाद में मणिमाजरा के राजा गोपाल सिंह ने अपनी मनोकामना पूरी होने पर इस जगह पर माता मनसा देवी का मंदिर 1815 में बनवाया था, जिसे बनने में 4 साल लगे थे. सती माता भगवान शिव और माता पार्वती की पुत्री है. इस मंदिर में सती माता की मूर्ति के पास तीन पिंडियां स्थापित की गई हैं जिन्हें मां का रूप माना जाता है यह तीनों पिंडिया महालक्ष्मी मनसा देवी और सरस्वती देवी का रूप मानी जाती हैं.
माता मनसा देवी के दर्शन के लिए लाइन में लगे श्रद्धालु. माता के दरबार में वीआईपी भी लगाते हैं हाजिरी- मंदिर में सामान्य दिनों की तरह ही लोग आ रहे हैं, हालांकि इससे पहले 2 साल कोरोना कि चलते कई तरह की पाबंदी लगाई गई थी. नवरात्रों में टोकन जारी किए जाते थे और टोकन लेने वाले लोग ही माता के दर्शनों के लिए आ सकते थे, लेकिन इस बार मंदिर सभी के लिए खोल दिया गया है. मंदिर में हर नवरात्रों में बहुत से वीआईपी लोग भी आते हैं. जिनमें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता समेत कई कैबिनेट मिनिस्टर भी यहां माता के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं.
मंदिर परिसर में तैनात पुलिसकर्मी. सुरक्षा के कड़े प्रबंध-सुरक्षा को देखते हुए मंदिर में करीब 1000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, जिनमें से कई पुलिसकर्मी बॉडी कैमरा के साथ तैनात हैं, जो हर जगह पर नजर रखेंगे. इसके अलावा यहां पर स्वास्थ्य सेवाएं भी मुहैया करवाई गई हैं, अगर किसी भक्तों को कोई समस्या होती है तो उसे तुरंत अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था भी की गई है. दिव्यांग और बुजुर्ग लोगों के लिए लिफ्ट की व्यवस्था भी है.
ये भी पढ़ें: नवरात्रि स्पेशल 2022: नमक की बोरी में आई थीं माता बालासुंदरी, शिवालिक पहाड़ियों के बीच है मां का भव्य दरबार
श्रद्धालुओं को भीड़ के बावजूद नहीं हो रही परेशानी-ईटीवी भारत ने यहां आने वाले श्रद्धालुओं से भी बात की. जिन्होंने बताया कि भक्तों की भीड़ तो काफी है, लेकिन माता के दर्शनों में कोई दिक्कत नहीं आ रही है. भीड़ होने के बावजूद भी करीब आधे घंटे में लोग दर्शन कर पा रहे हैं. श्रद्धालुओं ने बताया कि वैसे तो यहां पर हर साल आते हैं, लेकिन कोविड के दौरान वे यहां पर नहीं आ पाए थे, लेकिन इस बार मंदिर सभी के लिए खोल दिया गया है तो माता का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचे हैं.
हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat APP