चंडीगढ़/दिल्ली:इस बैठक के बाद एक बार फिर कांग्रेस की कलह को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. एक दिन पहले जिस कमेटी को प्रदेश प्रभारी खारिज कर देते हैं अगले ही दिन उस कमेटी की हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष बैठक लेते हैं. बैठक के बाद अशोक तंवर ने कहा कि कुछ बातों के लिए गुमराह करने की कोशिश की गई है और कुछ कन्फ्यूजन है. इसका कोई ऑफिशियल कम्युनिकेशन तो नहीं किया गया है लेकिन प्रभारी को गलत फीडबैक दिया गया. उन्होंने कहा कि इस ग्रुप के पीछे इंटेंशन साफ था कि कांग्रेस को मजबूत किया जाए. जहां तक अप्रूवल की बात है वह आलाकमान को संज्ञान में लेकर सारी बातें करेंगे.
तेवर में तंवर: आजाद के रेड सिग्नल के बाद भी कमेटी को लेकर की बैठक - haryana
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर ने मंगलवार को दिल्ली में इलेक्शन प्लानिंग एंड मैनेजमेंट कमेटी की बैठक ली. एक दिन पहले ही यानि सोमवार को हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने इस कमेटी को खारिज कर दिया था और कहा था कि बिना एआईसीसी के अप्रूवल के यह कमेटी माननीय नहीं है.
वहीं बैठक में मौजूद रहे कांग्रेस नेता सुदेश अग्रवाल ने बताया कि इस बैठक के लिए भूपेंद्र सिंह हुड्डा, किरण चौधरी, कुमारी शैलजा, रणदीप सुरजेवाला, कैप्टन अजय यादव, कुलदीप बिश्नोई को निमंत्रण भेजा गया था लेकिन वो नहीं आए. इस कमेटी का नाम बदल दिया गया है. विधानसभा चुनाव को देखते हुए तैयारियों को लेकर चर्चा करने के लिए ये बैठक ली गई जिसमें कई फैसले लिए गए हैं.
गुलाम नबी आजाद के कमेटी को खारिज करने के बयान के बाद आज अशोक तंवर कमेटी का नाम लेने से कतराए और उन्होंने इसको को एक ग्रुप का नाम दिया. उन्होंने कई बड़े नेताओं को आमंत्रण दिया था लेकिन उनमें से यहां कोई नहीं पहुंचा. 8 सदस्यों में से केवल दो ही लोग बैठक में पहुंचे.