चंडीगढ़: देश की वायु सेना आज अपना 90वां स्थापना दिवस मना रही है. इस बार एयरफोर्स डे (Air Force Day 2022) के मौके पर परेड और फ्लाईपास्ट का आयोजन चंडीगढ़ में हो रहा है. परेड का आयोजन एयरफोर्स स्टेशन चंडीगढ़ पर किया गया. वायु सेना के स्थापना दिवस के मौके एयर चीफ मार्शल वीके चौधरी ने वायुसेना की नई कॉम्बैट यूनिफार्म को भी लांच (New Combat Uniform of Air Force launched) किया.
वायु सेना दिवस (Air Force Day 2022) के मौके पर विंग कमांडर कुणाल खन्ना और उनकी टीम ने अपनी नई कॉम्बैट यूनिफार्म (new combat uniform) को दिखाया. वायु सेना को मिली या नई वर्दी बहुत ही खास है, नई वर्दी पूरी तरह से स्वदेशी है. यह बेहद हल्की, लचीली और इसका ऐसा डिजाइन ऐसा है कि जिससे दुश्मन को आसानी से चकमा दिया जा सके. इस नई वर्दी को पहनकर वायु सैनिक दुश्मनों को किसी भी परिस्थिति में चकमा दे सकते है. इसके साथ ही ड्रेस के जूते भी अलग हैं.
इससे पहले एयरफोर्स स्टेशन पर परेड की सलामी एयर चीफ मार्शल वीके चौधरी ने ली. इस मौके पर वायु सेना के एमआई 17 हेलीकॉप्टरों ने भी फ्लाईपास्ट में हिस्सा लिया. यह कार्यक्रम थ्री बीआरडी एयरफोर्स स्टेशन पर सुबह नौ बजे शुरू हुआ था. इस मौके पर वायु सेना के जवानों को संबोधित करते हुए एयर चीफ मार्शल वीके चौधरी ने सबसे पहले सभी को एयर फोर्स डे के 90वें स्थापना दिवस पर शुभकामनाएं दी.
भारतीय वायु सेना को मिली नई कॉम्बैट यूनिफार्म, सामने आई फोटो
Air Force Day 2022: भारतीय वायुसेना आज 90वीं वर्षगांठ मना रहा है. पहली बार इसका सेलिब्रेशन गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से बाहर चंडीगढ़ में हो रहा है. वहीं इस मौके पर एयरफोर्स ने नई कॉम्बैट यूनिफॉर्म का अनावरण किया है. इस वर्दी का प्रयोग फाइटर प्लेन उड़ाने वाले पायलट युद्ध के दौरान करेंगे.
जवानों को संबोधित करते हुए एक चीफ मार्शल ने कहा कि वक्त के मुताबिक वायु सेना खुद को हाईटेक कर रही है. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि देश की रक्षा की जरूरतों को पूरा करने के लिए मेड इन इंडिया पर जोर दिया जा रहा है. यानी आत्मनिर्भरता को लक्ष्य बनाकर काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आकाश, ब्रहमोस जैसी मिसाइल और प्रचंड जैसे लड़ाकू विमान पूरी तरह से देश में निर्मित हुए हैं, जिनके आने से भारतीय सेना मजबूत हुई है. इतना ही नहीं उन्होंने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि अग्निवीर योजना वायुसेना के लिए बड़ी चुनौती की तरह है.
उन्होंने कहा कि हमें अपनी ट्रेनिंग और योजनाओं को अब नई प्लानिंग के साथ जमीनी स्तर पर लाना होगा. हम इसके लिए भी पूरी तरह से तैयार हैं. वहीं इस मौके पर भारतीय वायुसेना के कर्मचारियों ने पांच मिनट में जिप्सी को जोड़ कर अपनी तकनीकी दक्षता का भी लोहा मनवाया. इसके साथ ही वायुसेना ने अपनी राइफल स्किल भी दिखाई.