चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा का विशेष सत्र 20 से 22 जनवरी तक बुलाया गया है. इस विशेष सत्र में हरियाणा सरकार को विपक्ष कई मुद्दों को लेकर घेर सकता है. विधायक अभय चौटाला ने चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार से राइस मिलर्स की फिजिकल वेरीफिकेशन, कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के लागू करने समेत कई मुद्दों को लेकर विधानसभा में जवाब मांगेंगे.
सरकार पर राइस मिलर्स वेरिफिकेशन में धांधली के आरोप
इंडियन नेशनल लोकदल के विधायक अभय सिंह चौटाला ने हरियाणा की गठबंधन सरकार पर जमकर हमला बोला, अभय चौटाला ने आरोप लगाया कि सरकार की तरफ से राइस मिलर्स के फिजिकल वेरिफिकेशन के दौरान बड़ी धांधलियां की गई हैं, जिसके चलते ही अब फिजिकल वेरिफिकेशन की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है.
दुष्यंत पर अभय चौटाला का बयान, देखें वीडियो अभय चौटाला ने दावा किया कि इन राइस मिलर से कितने पैसे ये गए हैं? इसका खुलासा वो सबूतों के साथ करेंगे. अभय चौटाला ने हरियाणा विधानसभा के विशेष सत्र में भी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की तरफ से फिजिकल वेरिफिकेशन को लेकर दिए गए बयान पर जवाब मांगने की भी बात कही.
सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप
विधानसभा में मुख्यमंत्री से कॉमन मिनिमम प्रोग्राम को 15 दिन में लागू करने के अपने बयान पर भी जवाब मांगेंगे. 2 महीने हो चुके हैं अभी तक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम लागू नहीं किया गया. इसी के साथ अभय चौटाला ने सरकार पर मिलीभगत कर भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए.
वृद्धा पेंशन पर अभय चौटाला का बयान
गन्ना किसानों के दाम बढ़ाने चाहिए. मुख्यमंत्री खुद महंगाई बढ़ने की बात कह रहे हैं हालांकि इस पर केवल 160 रुपये बीजेपी और 90 रुपये जननायक जनता पार्टी की तरफ से बढ़ाए गए हैं, जबकि जननायक जनता पार्टी ने 51 सौ रुपये का वादा जनता से किया था, जिसकी एवज में केवल 90 रुपये बढ़े हैं. मुख्यमंत्री ने खुद कहा कि अपने सहयोगियों के कहने पर 90 रुपये बढ़ाए जा रहे हैं.
ये भी पढे़ं:- राहुल-प्रियंका गांधी का बार-बार यूनिवर्सिटी जाने का नतीजा है JNU में हुई हिंसा- विज
गौरतलब है कि हरियाणा विधानसभा के दो दिवसीय विधानसभा सत्र के हंगामेदार रहने के पूरी तरह से आसार नजर आने लगे हैं. राइस मिलर्स के फिजिकल वेरिफिकेशन सहित सरकार की तरफ से 250 रुपये बढ़ाई गई वृद्धा, विकलांग और विधवा पेंशन को लेकर भी विपक्ष सरकार की घेराबंदी कर सकता है, जबकि कॉमन मिनिमम प्रोग्राम समेत राइस मिलर्स की फिजिकल वेरीफिकेशन के में भी धांधली के आरोप लगाए जा रहे हैं. ऐसे में सत्ता पक्ष से विपक्ष इन सभी मुद्दों पर विधानसभा में टकराता नजर आ सकता हैं.