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प्रदेश सरकार पर अभय चौटाला का वार - 5 साल में प्रदेश पर बढ़ा करीब 1 लाख करोड़ का कर्ज - ईटीवी भारत

इनेलो नेता ने कहा कि महात्मा गांधी ने 9 अगस्त 1942 को क्रांति दिवस का नाम दिया था. इसीलिए इनेलो का किसान प्रकोष्ठ और छात्र संगठन भी 9 अगस्त से प्रदेश भर में जवान किसान क्रांति यात्रा के नारे से प्रदेश की अनचाही सरकार के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत करेगा.

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Published : Aug 1, 2019, 11:48 PM IST

चंडीगढ: इनेलो नेता अभय चौटाला ने प्रदेश की मनोहर लाल सरकार पर आरोप लगाया कि उसकी नीतियों के कारण पिछले 5 वर्षों में राज्य पर लगभग एक लाख करोड़ रुपए का अतिरिक्त बोझ पड़ गया है.

अभय चौटाला ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस सरकार जो 74 हजार करोड़ का दर्ज छोड़कर गई थी. उसको मौजूदा सरकार ने बढ़ाकर 1 लाख 75 हजार करोड़ तक पहुंचा दिया है. उन्होंने कहा कि इससे भी अधिक चिंता की बात यह है कि इतनी बड़ी रकम कर्ज लेने के बाद भी उससे पूंजीगत निवेश किन क्षेत्रों में हुआ यह दिखाई नहीं देता.

इनेलो नेता ने चंडीगढ़ में गुरुवार को कहा कि महात्मा गांधी ने 9 अगस्त 1942 को क्रांति दिवस का नाम दिया था. इसीलिए इनेलो का किसान प्रकोष्ठ और छात्र संगठन भी 9 अगस्त से प्रदेश भर में जवान किसान क्रांति यात्रा के नारे से प्रदेश की अनचाही सरकार के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत करेगा.

इस आंदोलन की शुरुआत चौधरी देवीलाल की जन्म स्थली चौटाला गांव से होगी जो कि प्रदेश के कोने-कोने में जाकर जनता को जागरूक करने का काम करेगी. यह आंदोलन युवा नेता करण चौटाला और इनेलो किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सुरेश कोन्थ के नेतृत्व में होगा.

यहां देखें वीडियो.

कर्ज के मुद्दे पर विस्तार से बात करते हुए अभय चौटाला ने कहा कि अतीत की सरकारें भी कर्ज लेती रही हैं. किंतु उस धन से राज्य में इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाया जाता था, जिससे जनता प्रत्यक्ष रूप से लाभांवित होती थी. वर्ष 1966 में जब हरियाणा का गठन हुआ, तब से लेकर वर्ष 2005 तक राज्य पर कुल कर्जा 22450 करोड़ रुपए का था. लेकिन यह याद रखना चाहिए कि वर्ष 1966 में हरियाणा में ना सड़कें थी, ना पीने का पानी, ना ही बिजली और ना ही स्वास्थ्य और शैक्षणिक सुविधाएं.

वर्ष 2000 में जब इनेलो सरकार सत्ता में आई. इसके पश्चात बड़े पैमाने पर हरियाणा के आधुनिकीरण का अभियान चलाया गया. दूसरे शब्दों में 2000 से 2005 के बीच जो कर्ज भी लिया गया उससे नए इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हुआ जिसके आधार पर ही राज्य में प्रगति का एक नया मार्ग अपनाया.

पिछले 5 वर्ष के भाजपा शासन काल में राज्य पर कर्जा 175000 करोड़ रुपए हो गया है. जबकि कांग्रेस का शासन समाप्त होते समय यह लगभग 75000 हजार करोड़ रुपए था. कर्ज की इतनी बड़ी राशि कहां पर खर्च हुई, यह धरातल पर नजर नहीं आती. चौटाला ने हरियाणा के मुख्यमंत्री से इस कर्जे का ब्योरा मांगा है, ताकि प्रदेश जान सके कि जब निवेश कहीं दिखाई नहीं दे रहा तो वह खर्चा कहां किया गया. इसके अतिरिक्त इनेलो ने यह घोषणा की है कि बरवाला के विधायक वेद नारंग को हरियाणा विधानसभा में पार्टी का मुख्य व्हिप भी नियुक्त किया गया है.

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