चंडीगढ़: यूटी में नगर निगम चुनाव के लिए बनाए गए नए वार्डों पर आम आदमी पार्टी ने आपत्ति जताई है. चंडीगढ़ में इस समय नगर निगम के 26 वार्ड हैं जब से चंडीगढ़ नगर निगम का गठन हुआ है तभी से यहां पर 26 वार्डों पर चुनाव होता आया है.
हाल ही में चंडीगढ़ में वार्डों की संख्या बढ़ाकर 35 कर दी गई है, लेकिन जिस आधार पर ये संख्या बढ़ाई गई है, चंडीगढ़ आम आदमी पार्टी ने उस पर सवाल उठाए हैं. चंडीगढ़ आम आदमी पार्टी के संयोजक प्रेम गर्ग का कहना है कि जिस तरह से नई वार्डबंदी की गई है वो सही नहीं है. इससे शहर के विकास में रुकावट पैदा होगी.
चंडीगढ़ नगर निगम में बनाए गए नए वार्डों पर AAP ने जताई आपत्ति प्रेम गर्ग का कहना है कि जिस तरह से वार्डबंदी की गई है उसे देखकर लगता है कि चंडीगढ़ के नक्शे पर अंदाजे से वार्डों को बांट दिया गया है. वार्डों को बांटते समय किसी भी बात का ध्यान नहीं रखा गया है. ना ही कुल वार्डों में रहने वाले लोगों के जीवन स्तर का, ना ही वहां की समस्याओं का और ना ही जनसंख्या का.
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उन्होंने कहा कि फिलहाल जिस तरह से वार्डबंदी की गई है उनमें काफी असमानताएं हैं. किसी वार्ड में वोटरों की संख्या कम है और दूसरे वार्ड में ज्यादा है जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए. सभी वार्डों में वोटरों की संख्या लगभग समान होनी चाहिए.
इसके अलावा वार्ड बनाते समय इलाकों को आपस में मिला दिया गया है. वार्ड इस तरह से बनाए गए हैं जिनमें कुछ इलाके में शहरी लोग रहते हैं और दूसरे इलाके में ग्रामीण लोग रहते हैं जबकि एक ही वार्ड में झुग्गियों वाले लोग भी रहते हैं. ऐसे में उन इलाकों का विकास करना मुश्किल होगा क्योंकि हर इलाके की समस्या अलग होती है.
उन्होंने कहा कि फिलहाल जिस तरह से वार्डबंदी की गई है उसमें इस तरह की किसी भी बात का ध्यान नहीं रखा गया जिससे वार्डों में काफी असमानता दिखाई दे रही है. अगर इन असमानताओं के साथ ही चुनाव करा दिए गए और पार्षद चुन लिए गए तो इससे शहर के विकास में कमी आएगी.
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