चंडीगढ़: हरियाणा में पिछले साल के मुकाबले इस बार करीब 30 फीसदी बिजली की मांग बढ़ गई. दिन में किसी तरह बिजली मिल जा रही है लेकिन रात में कई घंटे का पावर कट होता है. ये बात खुद बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने कही. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि विभाग बिजली की पर्याप्त आपूर्ति के लिए लगातार कोशिश में जुटा है.
पीके दास ने कहा कि गेंहू की कटाई के समय जो बिजली रात को दी जाती थी अब वो सप्लाई दिन में दी जाएगी ताकि रात को उद्योगों की जो मांग रहती है वो पूरी की जा सके. इसके अलावा हिसार खेदड़ पावर प्लांट की बंद इकाई भी जल्द शुरू कर दी जाएगी. उसमें जो स्पेयर पार्ट चाहिए थे वह जल्द ही हमें मिल जाएंगे. उस इकाई के लिए स्पेयर पार्ट्स शंघाई से आने थे. लेकिन वहां लॉकडाउन होने की वजह से पार्ट्स समय पर नहीं आ सके लेकिन अब वहां पर लॉकडाउन को आंशिक कर दिया गया है. इसीलिए वहां से जल्द ही स्पेयर पार्ट भेज दिए जाएंगे.
बिजली विभाग ने माना, हरियाणा में 20 फीसदी बिजली की कमी, नहीं मिल रहा पूरा कोयला
प्रदेश में बिजली की 20 फीसदी कमी है. जो करीब 2000 मेगावाट होती है. फिलहाल 19 करोड़ यूनिट बिजली की सप्लाई प्रतिदिन हो रही है. लेकिन रात के वक्त पर्याप्त सप्लाई के लिए हमें करीब 2000 मेगावाट बिजली की जरूरत है. प्रदेश में जल्द ही बिजली की आपूर्ति को पूरा कर लिया जाएगा क्योंकि सरकार और अडानी के साथ समझौता लगभग पूरा हो चुका है. अब प्रदेश को अडानी कंपनी की ओर से 1000 मेगावाट बिजली प्रतिदिन मिलेगी. पी.के. दास, अतिरिक्त मुख्य सचिव, बिजली विभाग
कोयले की आपूर्ति को लेकर पीके दास ने कहा हमारे पास कोयले की कमी है जिसको लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने केंद्रीय बिजली मंत्री के साथ बात की है. केंद्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया गया है कि हरियाणा में कोयले की कमी को जल्द ही दूर कर दिया जाएगा. हरियाणा में कोयले की मांग 7 रैक की है जबकि सिर्फ 5 से 6 रैक ही मिल पा रहे हैं. एक रैक में औसतन 4 से 5 हजार मैट्रिक टन कोयले की ढुलाई होती है.
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