भिवानी: मिनी क्यूबा कहे जाने वाले भिवानी की बेटी पूजा बोहरा ने अपने मुक्के का दम दिखाते हुए ओलंपिक का टिकट पक्का किया है. पूजा बोहरा ने जोर्डन में आयोजित प्रतियोगिता में थाईलैंड की महिला बॉक्सर को 5-0 से हराकर ये टिकट पक्का किया है. 75 किलोग्राम भारवर्ग में पूजा की टिकट पक्की होने पर अब पूरे देश को उनसे गोल्ड लाने की उम्मीद बंध गई है.
पूजा बोहरा गांव निमड़ीवाली में पैदा हुई. पूजा के पिता पुलिस में एसआई पद से रिटायर्ड हैं. पूजा जब बीएम में दाखिला लेकर आदर्श कॉलेज में पढ़ रही थी तो वो अपनी लेक्चरर्स के साथ उनकी हवासिंह बॉक्सिंग अकेडमी में आई तो उसने भी बॉक्सिंग करने की इच्छा जताई.
महिला बॉक्सर पूजा बोहरा ने किया ओलंपिक के लिए क्वालीफाई. इसके बाद कोच संजय श्योराण ने पूजा को अपनी बेटी मानकर उसकी परवरिश व प्रैक्टिस शुरू की. इसके बाद पूजा ने मुड़कर नहीं देखा और एक के बाद एक अपने कई मेडल देश की झोली में डाले. फिलहाल पूजा इंकम टैक्स विभाग में इंस्पेक्टर रैंक की अधिकारी भी हैं.
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अपनी बेटी जैसी शिष्य पूजा द्वारा ओलंपिक टिकट पक्की करने पर उनके कोच संयज श्योराण बेहद खुश हैं. वो बताते हैं कि पूजा शुरू से ही मेहनती थी. पूजा ने राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अनेक मेडल जीते. संजय ने उम्मीद जताई है कि पूजा ओलंपिक में गोल्ड मेडल लेकर आएगी और देश का नाम रोशन करेगी.
पूजा बोहरा की उपलब्धियों की बात करें तो पूजा बोहरा ओलंपिक कोटा हासिल करने वाली देश की पहली मुक्केबाज बनी हैं. वर्ष 2012 में मंगोलिया हुई एशियन चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था. वर्ष 2014 में कोरिया में हुए एशियन गेम्स कांस्य पदक जीता, वर्ष 2019 में कर्नाटका में हुई एशियन चैंपियन में गोल्ड मेडल मिला. इसके अलावा पूजा बोहरा पांच बार की नेशनल चैंपियन हैं.
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भिवानी की महिला बॉक्सर पूजा बोहरा ने ओलंपिक का टिकट पक्का कर बड़ा इतिहास रचा है. भिवानी को अपनी इस लाड़ली पर नाज है और पूरी उम्मीद है कि वो ओलंपिक में गोल्ड जीतकर देश का नाम रोशन करेगी.
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