भिवानी: अंचल नर्सिंग होम और नीलकंठ अल्ट्रासाऊंड केंद्र के संचालकों पर कथित मिलीभगत का आरोप लगाकर उनकी छवि को धूमिल करने वाले वायरल वीडिय़ो का सच आखिर सामने आ ही गया. दोनों केंद्रों के संचालकों ने सबूतों के साथ पूरे मामले का पर्दाफाश किया है. बता दें कि 3 मई को भिवानी के अंचल नर्सिंग होम में भिवानी के लाजपत कॉलोनी निवासी वीरेंद्र पुत्र राजेंद्र नामक शख्स पेट और कमर दर्द की शिकायत लेकर आया था, उसने बताया था कि वो दो तीन दिन से सरकारी अस्पताल में उपचार करवा रहा था, लेकिन उसे आराम नहीं हुआ. तब चिकित्सक डॉक्टर विनोद अंचल ने उसे सुबह खाली पेट अल्ट्रासाऊंड करवाने की सलाह दी गई थी.
अल्ट्रासाऊंड करवाने के लिए यो शख्स शहर के नामी अल्ट्रासाऊंड केंद्र नीलकंठ केंद्र पर गया. जहां अल्ट्रासाऊंड केंद्र में उसे पित्त की थैली की नैक में पथरी बताई गई. वापस मरीज वीरेंद्र डॉक्टर अंचल अस्पताल में गया. जहां पर डॉक्टर ने उसे कहा कि ऑपरेशन से ये पथरी निकालनी सम्भव है. मरीज को समय रहते इसका इलाज करवाने की सलाह दी गई. ये भी बताया गया कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो पथरी आगे और नुकसान कर सकती है.
डॉक्टर ने मरीज को फौरी तौर पर दर्द निवारक दवाईयां दी और बाद में आने की कहकर वहां से चला गया. इसके एक सप्ताह बाद उस शख्स ने सोशल मीडिया, वॉटसअप, यूट्यूब पर प्रचार किया कि उसे पथरी थी ही नहीं. मरीज ने डॉक्टर पर अल्ट्रासाऊंड केंद्र संचालक से मिलीभगत कर पैसे ऐठने का आरोप लगाया. मरीज ने इससे संबंधित एक वीडियो भी वायरल किया. जिससे दोनों डॉक्टर्स की कार्यशैली पर सवाल खड़े गो गए थे.