भिवानी: पिछले लंबे समय से पीने के पानी और नहरी पानी की समस्या से जूझ रहे उमरावत गांव के ग्रामीणों ने प्रशासन और आला अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि उनके गांव में पेयजल की किल्लत पिछले कई महीने से है. उन्होंने कहा कि जब से उनके गांव में जलघर बना है तब से ही ग्रामीण परेशान हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि दूर दराज से पानी लाना पड़ता है. गांव की बहू, बेटियों को पानी के लिए काफी दौड़ धूप करनी पड़ती है. गांव में करीबन 2 से ढाई हजार की आबादी है. जिसमें प्रत्येक घर को टैंकरों का सहारा लेना पड़ रहा है. गांव में प्रतिदिन लगभग 10 से 15 हजार रूपये का पानी लग जाता है.
उन्होंने कहा कि एक तो ये वैश्विक महामारी और ऊपर से पानी की किल्लत. ऐसे में संक्रमण फैसलने का भी डर बना रहता है. लेकिन प्रशासन और अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. ग्रामीणों ने कहा कि जब वोट का समय आता है तो सभी पार्टियों के नेता यहां आकर एक ही बात कहते हैं कि इस गांव में पीने के पानी की किल्लत नहीं रहने दी जाएगी. बाद में कोई नेता और अधिकारी वापिस लौटकर उनकी समस्या सुनने के लिए नहीं आता है.