भिवानी: जिला अपराध शाखा-3 रोहतक पुलिस चोरी के मामले पूछताछ के बाद छोड़े गए गांव केलंगा निवासी 35 वर्षीय संजय को चोट के निशान होने व मानसिक रूप से परेशान होने पर भिवानी के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया. उक्त व्यक्ति सोमवार रात को निजी अस्पताल से भाग गया.
मंगलवार सुबह संजय ने भिवानी-रेवाड़ी रेल मार्ग पर ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली. परिजनों ने जिला अपराध शाखा-3 टीम पर उसे प्रताड़ित करने व बेरहमी से मारपीट करने का आरोप लगाते हुए आत्महत्या के लिए मजबूर किए जाने का आरोप लगाया है. जीआरपी पुलिस द्वारा इस पूरे मामले की जांच की जा रही है.
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गांव केलंगा निवासी ईश्वर ने बताया कि उसके भाई 35 वर्षीय संजय को जिला अपराध शाखा-3 रोहतक पुलिस टीम 19 मार्च को चोरी के किसी मामले में पूछताछ के लिए अपने साथ लेकर गई थी. उसे कई दिनों तक अपनी हिरासत में रखा. उसे बूरी तरह से टॉर्चर किया गया. 21 मार्च के केलंगा गांव से उनके परिवार के लोग पंचायती तौर पर पुलिस के पास गए तो उसे पुलिस ने छोड़ दिया और जब कहे तब पेश करने की चेतावनी दी.
उसे घर लेकर आए तो उसने बताया कि उसे बुरी तरह से पीटा गया है. उसके शरीर पर चोट के निशान थे. साथ ही वह पुलिस की पिटाई से मानसिक रूप से परेशान था. उसे परिजनों ने भिवानी के महम गेट स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में दाखिल करवाया गया.