भिवानी : भिवानी के हनुमान जोहड़ी मंदिर धाम में हनुमान संजीवनी उपचार केंद्र और प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र का उद्घाटन किया (Naturopathy Center inaugurated in Bhiwani) गया. उपचार केंद्र का शुभारंभ राष्ट्रीय योगी महासभा के महामंत्री व राष्ट्रीय संत चेताईनाथ महाराज ने किया. संजीवनी उपचार केंद्र के संस्थापक बाल योगी महंत चरण दास महाराज ने कहा कि चिकित्सा केंद्र में पंचतत्व चिकित्सा पद्धति, आहार चिकित्सा, मिट्टी स्नान, धूप चिकित्सा, एक्यूप्रेशर चिकित्सा सहित अनेक विधियों से उपचार किया जाएगा.
अब हरियाणा में पुरानी चिकित्सा पद्धति से होगा इलाज, भिवानी में संजीवनी उपचार केंद्र का उद्घाटन - Naturopathy treatment in Bhiwani
अब हरियाणा में पुरानी चिकित्सा पद्धति से उपचार किया जाएगा. भिवानी में संजीवनी उपचार केंद्र का उद्घाटन किया गया (Naturopathy Center inaugurated in Bhiwani) है. इस उपचार केंद्र के माध्यम से मोटापा, रक्तचाप, थायराइड जैसे गंभीर रोगों का इलाज किया जाएगा.
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इस पद्धति से मोटापा, रक्तचाप, थायराइड, डिस्क, सर्वाइकल, जोड़ दर्द सहित शरीर की अनेक बीमारियों का इलाज किया (old medical treatment in haryana) जाएगा. राष्ट्रीय संत चेताईनाथ महाराज ने कहा कि इस प्रकार की पद्धति के जरिए सदियों से संत महात्मा ऋषि मुनि लोगों के रोगों का निवारण करते आए हैं. उन्होंने कहा कि भगवान राम ने हनुमानजी से पहाड़ों पर से संजीवनी मंगवाकर लक्ष्मण को मूर्छित अवस्था से चेतन्य अवस्था में लेकर आए थे. इसी प्रकार से प्राकृतिक चिकित्सा, एक्यूप्रेशर, पंचतत्व चिकित्सा, मिट्टी स्नान, भाप, धूप से जो इलाज होगा वह शरीर को काफी हद तक रोगी को लाभ पहुंचाएगा.
उन्होंने कहा की आयुर्वेद में बहुत जड़ी बूटी मिलती हैं और प्राकृतिक चिकित्सा बहुत पुरानी चिकित्सा है. यह भी हमारे ऋषि मुनियों की बड़ी देन (Naturopathy treatment in Bhiwani) है. ताईनाथ महाराज ने कहा कि बीच में लोगों ने प्राकृतिक चिकित्सा को छोड़ दिया था, जिसके चलते अनेक प्रकार की शारीरिक बीमारियां पनपनी शुरू हुई, लेकिन अब फिर से लोगों ने प्राकृतिक चिकित्सा को अपनाना शुरू किया है, जो काफी हद तक लाभदायक सिद्ध हो रही है. उन्होंने कहा कि फिर से लोग प्राकृतिक चिकित्सा से जुड़े हैं.