लोहारू: मुख्यमंत्री भेड़-बकरी योजना के तहत कृषि मंत्री ने गोठड़ा व फरटिया ताल के दो ऐसे पशुपालकों को 20-20 भेड़ व एक-एक नर भेड़ प्रदान की जिनके पास अपनी आय का कोई दूसरा साधन नहीं है. इसी प्रकार कृषि मंत्री दलाल ने दो मोबाइल पशु डिस्पेंसरियों का लोकार्पण किया.
जीपीएस सुविधा से लैस ये दो डिस्पेंसरी वैन प्रतिदिन 6-6 गांवों में जाएंगी और इनके माध्यम से 24 ऐसे गांवों के पशुपालकों को पशु-चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाएंगी जहां पहले से पशु चिकित्सा की कोई व्यवस्था नहीं है. कृषि मंत्री ने बताया कि योजना के सफल होने पर इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा.
मुख्यमंत्री भेड़-बकरी योजना और मोबाइल पशु डिस्पेंसरी की लोहारू से हुई शुरूआत. कृषि मंत्री ने कहा कि इससे बड़ी खुशी की बात क्या होगी कि लोहारू से प्रदेश स्तरीय योजनाओं की शुरूआत होने लगी है. इस मौके पर कृषि मंत्री ने आमजन की समस्या भी सुनी और मौके पर ही अधिकारियों को उनके समाधान के निर्देश दिए.
ये भी पढ़ें-विधानसभा चुनाव में वोट नहीं दिया तो बीजेपी विधायक ने लिया 'इंतकाम'!
मंत्री जेपी दलाल ने बताया कि प्रदेश सरकार पंडित दीनदयाल उपाध्याय की नीतियों पर चलने वाली है और गरीब से गरीब आदमी की भलाई के लिए कृत संकल्प है. ऐसे गरीब व्यक्ति जिनके पास आजीविका का कोई साधन नहीं है उन्हें रोजगार प्रदान करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री भेड़-बकरी योजना की आज लोहारू से पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरूआत की गई है.
उन्होंने बताया कि योजना के तहत लाभार्थी पशुपालक को 20 मादा व 1 नर भेड़ सरकार की तरफ से नि:शुल्क प्रदान की जाएंगी और एक वर्ष पूरा होने पर भेड़ों के 10 बच्चे वापस लेकर दूसरे लाभार्थी को दे दिए जाएंगे. इन भेड़ों का बीमा भी होगा तथा भेड़पालकों को पशु किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा भी प्रदान की जाएगी.
ये भी पढे़ंःपाकिस्तान से टिड्डियों की घुसपैठ, हरियाणा में अब तक फसलों को नहीं हुआ नुकसान