भिवानी:किसानों की आय व रोजगार बढ़ाने के लिए कृषि क्षेत्र में नई- नई तकनीकी की जानकारी लेने के लिए कृषि मंत्री जेपी दलाल यूरोप देशों के दौरे पर (Minister JP Dalal Tour of Europe countries) हैं. इसी कड़ी में कृषि मंत्री जेपी दलाल ने बुधवार सुबह मेरका मैड्रिड मार्केट का अवलोकन किया. उन्होंने बताया कि इस मार्केट का अधिकांश क्षेत्र हरियाणा के गन्नौर में बनाई जा रही फल मंडी जैसे हैं. बता दें कि गन्नौर में हरियाणा सरकार द्वारा 500 एकड़ से अधिक क्षेत्र में इस तरह का मार्केट बनाया जाएगा. इस मार्केट की प्रतिवर्ष 20 लाख मीट्रिक टन फल व सब्जियों की क्षमता होगी.
कृषि मंत्री ने बताया कि किसानों की आय और रोजगार बढ़ाने के लिए यूरोपीय देशों का यह दौरा बागवानी और कृषि क्षेत्र में नई नई तकनीकी जानकारी के लिए अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा. इसके फलस्वरुप राज्य में बागवानी की ओर विविधीकरण में बहुत ज्यादा वृद्धि होगी.
इंटरनेशनल ट्रेड रिलेशन मैंटेनिग की डायरेक्टर लोला रमन ने कृषि मंत्री जेपी दलाल व डेलिगेशन का स्वागत किया और मार्केट की विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि स्पेन का यह मार्केट 1982 में बनाया गया था. आज इस मार्केट के कुशल प्रबंधन से चार हजार मिलियन यूरो प्रति वर्ष की आय हो रही है. इस मार्केट के आय का मुख्य स्रोत व्यापारियों से लिया जाने वाला किराया और एंट्री फीस है. करीब 20 हजार व्यापारी और 17 हजार वाहन प्रतिदिन इस मार्केट में आ रहे हैं. इस मार्केट में करीब 120 से अधिक नियमित कर्मचारी काम कर रहे हैं. मार्केट में गुणवत्तायुक्त खाद्य उत्पाद बेचे जाते हैं. उन्होंने बताया कि स्पेन में मौजूद मेरका मैड्रिड मार्केट (Merca Madrid Market in Spain) यूरोप का सबसे विस्तृत व प्रोफेशनल मेनेज्ड मार्केट है. कृषि मंत्री ने कृषि व बागवानी क्षेत्र के कई मुद्दों पर गहन जानकारी ली. व्यापारियों व प्रबंधकों से उन्हें हरियाणा आने का निमंत्रण भी दिया.
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार हरियाणा के किसानों को सशक्त व समृद्ध बनाने के लिए कई योजनाओं को लागू किया है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व में राज्य सरकार निरंतर किसानों के हित में कल्याणकारी योजनाएं चला रही है. हरियाणा ने एक नई पहल शुरू करते हुए बागवानी किसानों को जोखिम मुक्त करने के लिए भी मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना चलाई (Chief Minister Horticulture Insurance Scheme) है. इसके अलावा, राज्य सरकार निरंतर बागवानी फसलों को बढ़ावा देने के लिए फसल विविधीकरण को अपनाने हेतु किसानों को प्रोत्साहित कर रही है.