अंबाला: तोपखाना की 80 वर्षीय महिला के अंतिम संस्कार के लिए गांव चंदपुरा में पहुंचे प्रशासन के दस्ते को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. घटना सोमवार शाम की है. नगर परिषद द्वारा इस गांव के शमशान घाट को कोविड-19 केस में होने वाली मौत के बाद अंतिम संस्कार के लिए अपनी निगरानी में लिया है. जब प्रशासन के लोग महिला का अंतिम संंस्कार करवाले पहुंचे तो गांव में यह अफवाह फैल गई कि महिला की कोरोना से मौत हुई है.
ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार करने से रोकने के लिए पुलिस, नगर परिषद व स्वास्थ्य विभाग की टीम पर पथराव शुरू कर दिया. इस दौरान एंबुलेंस के शीशे भी तोड़ दिए. उग्र हुई भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने दो से तीन हवाई फायर किए. पत्थरबाजी में डीएसपी, एसएचओ सहित करीब एक दर्जन पुलिस कर्मियों को चोटें भी आईं हैं.
इसके बाद गांव का श्मशानघाट पुलिस छावनी में तबदील कर दिया गया. बाद में पुलिस की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार किया गया. पुलिस ने इस संबंध में केस दर्ज किया है. इस दौरान वीडियो व फोटोग्राफी भी पुलिस ने की, जिसके आधार पर पत्थरबाजी करने वालों की पहचान की जाएगी. पुलिस की मानें, तो करीब 50 लोगों की पहचान हो चुकी है, जबकि डेढ़ सौ अन्य लोगों पर कार्रवाई की तैयारी है.
अंबाला के चंदपुरा गांव में पुलिस और डॉक्टर्स पर ग्रामीणों ने किया हमला
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अंबाला के डीएसपी राम कुमार ने बताया कि जब कोरोना संदिग्ध मृतक का अंतिम संस्कार करने गांव चंदपुरा पहुंचे तो लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए भारी संख्या में चंदपुरा गांव के लोग एकत्र हो गए और विरोध करने लगे. काफी समझाने के बाद भी लोगों ने पुलिस, डॉक्टरों और अन्य स्टाफ पर पत्थरबाजी शुरू कर दी, महिलाएं लाठियों से पुलिस पर टूट पड़ी. डीएसपी के मुताबिक कोरोना वरियर्स पर हमला करने वालों पर सभी कानूनी धाराओं में मामला दर्ज किया गया है, जिनमें से पहचान करके कुछ ग्रामीणों को हिरासत में लिया गया है.
वहीं अंबाला के एसडीएम सुभाष सिहाग ने बताया कि आज तोपखाना की एक कोरोना संदिग्ध महिला की मौत हो गई थी, जिसके संस्कार को लेकर जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित चंदपुरा स्थित कोविड-19 शमशान घाट पर ले जाया गया. जहां चंदपुरा गांव के सैकड़ों लोग एकत्र हो गए और संस्कार का विरोध करने लगे. उनका कहना था कि दूसरे इलाके से हमारे एरिया में संस्कार न किया जाए. लॉकडाउन के बावजूद नियम का उल्लंघन करने, कोरोना वारियर्स पर पत्थरबाजी करने वाले लोगों पर मामला दर्ज करके उनमें से कुछ को गिरफ्तार किया गया है.
बता दें कि तोपखाना परेड की 80 वर्षीय महिला को सांस संबंधी बीमारी थी. रविवार को उन्हें कैंट सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था और सोमवार सुबह मौत हो गई. पिछले कुछ दिनों से स्वास्थ्य विभाग एहतियात के तौर पर शवों के भी सैंपल लेकर कोरोना टेस्ट के लिए भेज रहा है. इस मामले में सैंपल जांच के लिए भेजा गया जिसकी रिपोर्ट आनी है. पहले स्वास्थ्य विभाग व नगर परिषद के कुछ लोग पीपीई किट पहनकर कुछ पुलिस कर्मियों व महिला के परिजनों के साथ शव लेकर गांव पहुंचे.
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ग्रामीण विरोध करने लगे, इस पर एसडीएम सुभाष सिहाग, डीएसपी रामकुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे. ग्रामीणों ने गांव में महिला का संस्कार करने का विरोध किया, क्योंकि वह महिला गांव की नहीं थी. मामला नहीं सुलझा और तीखी नाेंक-झाेंक पथराव में तब्दील हाे गई. इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. पुलिस ने हवाई फायर और लाठीचार्ज कर ग्रामीणों काे खदेड़ा.