अंबाला:जिले में 2 दिन से हो रही बारिश से जहां स्थानीय लोगों को गर्मी से राहत मिली है वहीं किसानों के लिए ये बारिश आफत बन कर बरसी है. जिसके कारण जिले में किसानों की सूरजमुखी की फसल खेतों और मंडी में पूरी तरह से तबाह हो गई (FARMERS SUNFLOWER CROP DESTROYED IN AMBALA) है, जिससे किसान काफी निराश हैं. किसानों का कहना है कि बारिश के कारण उनका काफी नुकसान हुआ है और उन्हें इस बार फसल भी कम मिली है. अबकी बार फसल भीग कर बह गई है. वहीं मंडी प्रशासन इस सब से खुद को अनजान बता रहा है.
मंडी के अधिकारीयों की अनदेखी के कारण किसानों को नुकसान:जिले में दो दिन से हो रही बारिश के कारण मंडी में रखी सूरजमुखी की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है. किसानों ने आरोप लगाया कि वे शाम को सूरजमुखी की फसल (SUNFLOWER CROP DESTROYED IN AMBALA) बेचने के लिए मंडी लाए थे लेकिन, मंडी के अधिकारीयों की अनदेखी के चलते तेज हवा व बारिश के कारण सूरजमुखी की फसल नालियों में बह गई. ऐसे में किसानों ने नकली सूरजमुखी बीज बेचने वालों पर शिकंजा कसने की सरकार से मांग की है.
किसानों के लिए आफत बनी बारिश, सूरजमुखी की फसल हुई बर्बाद आढ़ती भी आसमानी आपदा से परेशान:मंडी में बैठे आढ़ती भी आसमानी आपदा से परेशान है. उनका कहना है कि पहले भीषण गर्मी और फिर आकस्मिक बारिश ने किसानों की गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचाया. अब सूरजमुखी खेतों में फसल को भी तेज बारिश ने गिरा (SUNFLOWER CROP DESTROYED IN AMBALA MANDI ) दिया. इतना ही नहीं जो किसान अपनी फसल मंडी में बेचने को लेकर आया थे. उनकी फसल को भी देर रात आई तेज बारिश ने भीगा दिया, जिससे किसान का काफी नुकसान हो गया.
किसानों के लिए आफत बनी बारिश, सूरजमुखी की फसल हुई बर्बाद नकली बीच देने वाली कंपनी पर होनी चाहिए सख्त कार्रवाई:आढ़ती की माने तो किसान सूरजमुखी की अच्छी फसल होने से आस लगाए बैठा था. मगर कंपनियों ने नकली बीज देकर किसानों के नुकसान को दोगुना कर दिया है. उनका कहना है कि इस फसल को इकट्ठा करना भी मुश्किल (SUNFLOWER CROP IN AMBALA) है. क्योंकि वे गर्म हो जाती है. आढ़ती का कहना है कि नकली बीज देने वाली कंपनी की जांच करवा कर उन पर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए. यही नहीं किसान को उनकी खराब हुई फसल का मुआवजा दिया जाना चाहिए.
क्या कहते हैं प्रशासनिक अधिकारी:वहीं, मार्कीट कमेटी अंबाला के सचिव नीरज भारद्वाज ने बताया कि इस बार अभी तक एक हजार क्विंटल सूरजमुखी की फसल आई है. जबकि पिछली बार 11 हजार क्विंटल हुई थी. मंडी सचिव का कहना है कि रात को हुई बारिश से सूरजमुखी की फसल को कोई नुकसान नहीं हुआ है. जब उनसे गीली हुई फसल के बारे में पूछा गया तो वे बोले उसे सूखा लिया जाएगा. नालियों की सफाई न होने और फसल नालियों में बहने पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि सफाई तो रोज होती है मगर फिर भी साफ कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि उनके पास फसल बहने की कोई सुचना नहीं है