अंबाला: शहर की रहने वाली गौरी नारंग सेठी ने हरियाणा जुडिशरी एक्जाम के अंदर 14वां रैंक हासिल कर ना सिर्फ अंबाला का नाम रोशन किया बल्कि उन सभी शादीशुदा महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गई हैं जो अपने सपनों को शादी के बाद कुर्बान कर देती हैं.
गौरी नारंग सेठी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने सास-ससुर और परिवार को दिया. उन्होंने बताया कि वह लगभग 12 से 13 घंटे पढ़ाई करती थी. गौरी का कहना है कि वे पदभार संभालते ही जल्द से जल्द मामलों का निपटारा करेंगी ताकि लोगों को जल्द न्याय मिल सके.
अंबाला की बहु गौरी नारंग सेठी बनीं जज, तीसरे प्रयास में मिली सफलता. ये भी पढ़ेंः- करनाल की बेटी प्रिया गुप्ता बनी जज, हरियाणा न्यायिक सेवा परीक्षा में हासिल की तीसरी रैंक
देश के अंदर निर्भया और गुड़िया जैसी घिनौनी वारदातों पर अपनी राय रखते हुए गौरी नारंग सेठी ने बताया कि वैसे तो हमारा कानून बहुत ही अच्छे तरीके से निर्मित है लेकिन मेरी कोशिश रहेगी कि मैं केस में बिना किसी देरी के जल्द से जल्द फैसला सुनाऊं ताकि लोगों को न्याय मिल सके और कोर्ट में पेंडिंग पड़े केसैज का भी निपटारा हो सके. वहीं गौरी की कामयाबी से पूरा परिवार काफी खुश है तो उनका 3 साल का बेटा घर में आर्डर आर्डर करता घूम रहा है.
गौरी नारंग की सास ने कहा कि वह अपनी बहू की उपलब्धि से बेहद खुश हैं. उन्होंने कहा कि सभी को अपने बच्चों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए. आज हमारा परिवार हमारी बहू के नाम से जाना जाता है मैं बहुत गर्व महसूस कर रही हूं. वहीं गौरी नारंग सेठी के पति ने भी खुशी जताई और कहा कि सभी को अपने जीवन साथी की खुशियों का और सपनों का ख्याल रखना चाहिए.
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