अंबाला: कोरोना को लेकर हरियाणा सरकार ने नई एडवाइजरी जारी की है. स्वास्थ्य अधिकारी बीरबल ने बताया अब कोरोना पॉजिटिव और कोरोना संक्रमित मरीजों को घबराने की जरूरत नहीं है. उन्होंने बताया कि अब कोरोना संक्रमित मरीजों को स्वास्थ्य अधिकारी की देखरेख में उसके घर पर ही आइसोलेट किया जाएगा. जहां उसका परिवार स्वास्थ्य अधिकारी की देखरेख में मरीज का ध्यान रखेगा.
बराड़ा एसएमओ बीरबल सिंह ने बताया कि 17 दिन आइसोलेशन के दौरान 80 प्रतिशत तक कोरोना मरीज रिकवर हो जाते हैं. अगर किसी की स्थिति गंभीर होगी तो उसे तुरंत अस्पताल में भेजा जाएगा. उन्होंने बताया कि हमारे हेल्थ वर्कर मरीज पर लगातार नजर बनाकर रखेंगे.
कोरोना के लक्षण नहीं मिलने पर मरीज को घर पर किया जाएगा आइसोलेट बता दें कि प्रदेश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. जिसके चलते हरियाणा के ज्यादातर जिलों में मरीजों को अस्पतालों में जगह नहीं मिल पा रही है. इसी को देखते हुए प्रदेश सरकार ने नई गाइडलाइन जारी करते हुए कोरोना मरीजों का घर पर इलाज करने का निर्णय लिया है.
ये भी पढ़िए:योग दिवस से पहले हरियाणा सरकार का फैसला, व्यायामशालाओं में लगाए जाएंगे योग वॉलंटियर्स
स्वास्थ्य अधिकारी बीरबल ने बताया कि हरियाणा सरकार की गाइडलाइन के अनुसार अगर किसी कोरोना संक्रमित मरीज में कोरोना के लक्षण नहीं है और उसके घर पर यदि अलग से कमरा बना हुआ है. जहां वो अकेला रह सकता है. साथ ही वहां पर उसका ध्यान रखने के लिए अगर उसका परिवार है तो उस मरीज को घर पर ही आइसोलेट किया जाएगा. जहां परिवार के सदस्य स्वास्थ्य विभाग की टीम की देखरेख में मरीज की ध्यान रखेंगे. अगर किसी मरीज में कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे हैं. तो मरीज को अस्पताल में भर्ती किया जाएगा.
वहीं तब्लीगी जमात के 9 सदस्य भी आज शर्तों के साथ जेल से छूट जाएंगे. इन सदस्यों के खिलाफ अंबाला की सेंट्रल जेल में शिकायत दर्ज है. इन 9 सदस्यों में से 8 सदस्य नेपाल के और 1 सदस्य श्रीलंका का रहने वाला है. खास बात ये है कि अंबाला कोर्ट से शुक्रवार को तब्लीगी जमात के इन लोगों को शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी.