अंबाला: आर्य प्राथमिक स्कूल मुलाना में बुधवार को परीक्षा देने आए एलकेजी के साढ़े चार वर्षीय छात्र की मौत हो गई. मासूम छात्र की मौत की खबर सुनते ही इलाके में हड़कंप मच गया. सूचना मिलते ही मुलाना पुलिस ने मौके पर जाकर कक्षा की गहनता से जांच पड़ताल की गई.
वहीं मामले में पूरा दिन छात्र द्वारा कलर स्टिक निगलने के कारण मौत होने की चर्चा बनी रही, हालांकि पोस्टमार्टम के दौरान ऐसी कोई बात निकल कर सामने नहीं आई. मुलाना पुलिस के अनुसार छात्र की मौत का कारण विसरे की रिपोर्ट के बाद ही पता लग पाएगा. खबर लिखे जाने तक छात्र की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया.
मुलाना निवासी चंद्रशेखर ने बताया कि उसका बडा बेटा साढ़े चार वर्षीय सशांक आर्य पब्लिक स्कूल मुलाना में एलकेजी कक्षा में पढ़ता था. बुधवार को वो स्कूल में ड्राइंग की परीक्षा देने स्कूल गया था. उन्होंने बताया कि लगभग साढे ग्यारह बजे स्कूल से फोन आया कि आपके बेटे की तबीयत खराब है. जिसे स्कूल प्रबंधन स्थानीय डाक्टर के पास दिखा रहा है. आनन-फानन में परिजन मौके पर पहुंचे तो स्थानीय डाक्टर ने छात्र को अन्य अस्पताल के लिए रैफर कर दिया. परिजन व स्कूल प्रबंधन जब छात्र को एमएम अस्पताल मुलाना लेकर गए तो डाक्टर ने छात्र को मृत घोषित करार दिया.
परीक्षा के दौरान अचानक हुई तबीयत खराब
एलकेजी कक्षा की परीक्षा ले रही अध्यापिका उषा ने बताया कि कक्षा में बुधवार को ड्राइंग की परीक्षा ली जा रही थी, कि अचानक सशांक की तबीयत खराब होने लगी. अध्यापिका के अनुसार सुशांक को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. जिसके बाद तुंरत स्कूल प्रबंधन को बताया गया व सशांक को तुरंत स्थानीय डाक्टर के पास ले जाया गया, जहां सुशांक के मुंह से झाग निकलने लगी. डाक्टर ने उसे रेफर कर दिया. जिसके बाद छात्र को एमएम अस्पताल ले जाया गया,जहां छात्र ने दम तोड़ दिया.
परिजनों में मातम
सशांक की मौत की खबर सुनते ही परिजनों के पांव तले की जमीन ही खिसक गई. परिजन आनन-फानन में अस्पताल पंहुचे. जहां सशांक के माता-पिता सशांक के शव को लिपट कर विलाप करने लगे. जोकि रो-रोकर बेसुध हो रहे थे. परिजनों का भी रो-रोकर बुरा हाल हो रहा था.सशांक चंद्रशेखर का बड़ा बेटा था. सशांक के बाद चंद्रशेखर के पास ढ़ाई वर्षीय छोटा बेटा रह गया है.
वहीं सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी. स्कूल में बच्चे की कक्षा को गहनता जांचा गया है. पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
एमएम अस्पताल डा. ओपी अग्रवाल ने बताया कि पोस्टमार्टम के दौरान बच्चे द्वारा कलर स्टिक निगलने जैसी कोई बात सामने नहीं आई. प्रथम दृष्टि से यह मिरगी के दौरे का मामला नजर आ रहा है, लेकिन विसरे की रिपोर्ट के बाद ही स्थिति पुर्ण रुप से स्पष्ट हो पाएगी.
आर्य प्राथमिक स्कूल इंचार्ज चंचल रानी के मुताबिक परीक्षा के दौरान छात्र की तबीयत बिगड़ने के बाद स्कूल प्रबंधन ने परिजनों को सूचित कर छात्र को अस्पताल ले जाया गया. जहां छात्र ने दम तोड़ दिया. इस दुख की घड़ी में स्कूल प्रबंधन पीड़ित परिजनों के साथ खड़ा है.