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हरियाणा में आढ़तियों की हड़ताल किसानों पर पड़ रही भारी, मंडी में भीग रहा अनाज

हरियाणा में आढ़तियों की हड़ताल किसानों पर भारी पड़ रही है. किसान सरकार और आढ़तियों के बीच गेहूं का घुन बन गया है. किसान अपनी फसलों को लेकर काफी परेशान है लेकिन उनकी परेशानी का अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है.

Arhtiyas strike in Haryana
अंबाला में धान की फसल बर्बाद

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Published : Sep 24, 2022, 8:19 PM IST

अंबाला: हरियाणा में आढ़ती इन दिनों हड़ताल पर चल रहे (Arhtiyas strike in Haryana) हैं. वहीं बारिश ने भी किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है. एक ओर किसानों की फसल खेतों में खराब हो रही है तो वहीं दूसरी ओर मंडी में रखी फसल भीगने में लगी हुई है. अपनी फसल की खरीद का इंतजार कर रहे किसानों के लिए हरियाणा सरकार ने निर्देश जारी किए हैं. बता दें कि सरकार ने 1 अक्टूबर से धान खरीद के निर्देश दिए हैं.

निर्देश आने के बाद भी आढ़ती अपनी मांगों पर टिके हुए हैं. ऐसे में हरियाणा के कृषि मंत्री ने कहा है कि किसानों की फसल खरीद दूसरे तरीके से की जाएगी. इस पर आढ़तियों ने कहा कि कृषि मंत्री जिस तरीके से फसल बेचना चाहते हैं बेच लें. लेकिन हम अपनी हड़ताल खत्म (Arhtiyas strike in Ambala) नहीं करेंगे. करनाल में भी आढ़ती अनशन पर बैठे हैं. आढ़तियों का कहना है कि किसान आढ़तियों पर दबाव डाल रहे हैं कि उनकी फसल को जल्द से जल्द भरा जाए. लेकिन बारदाना ही नहीं है तो आढ़ती कैसे जीरी भरेगा. सरकार ने मांगे न मानी तो हमारी हड़ताल ऐसे ही जारी रहेगी.

अंबाला में धान की फसल बर्बाद

वहीं हरियाणा में फसल खरीद (Crop purchasing in Haryana) न होने से किसान परेशान हैं. किसानों का कहना है कि बारिश होने से किसानों की धान की फसल मंडी में खराब (Paddy crop ruined in Ambala) हो रही है. मंडी में अपनी फसल लेकर आए किसान ने कहा कि कुछ फसल शेड के नीचे पड़ी है तो कुछ फसल खुले आसमान में पड़ी है. वहीं अभी किसानों की फसलें खेत में भी है, लेकिन सरकार आढ़तियों पर तीन काले कानून थोप रही है. जिसकी वजह से आढ़ती धरने पर बैठे हैं और किसानों की फसल बर्बाद हो रही है. सरकार को आढ़तियों की मांगो को मान लेना चाहिए या फिर हमारी फसल को मंडी से उठवा लें.

किसानों की मेहनत पर फिरा पानी

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