फतेहाबाद: नगर परिषद में पानी सप्लाई के लिए राज्यसभा सांसद डीपी वत्स के कोटे से कथित तौर पर खरीदे गए पांच नए टैंकरों की खरीद में गड़बड़झाला सामने आया है.
इस गड़बड़झाले की जानकारी सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा मीडिया को दी गई जिसमें पाया गया कि पांचों टैंकरों के टायर पुराने है. नए टैंकरों के टायर बदले गए या कोई और साजिश भ्रष्टाचार के लिए रची गई. इस बारे में नगर परिषद के अधिकारियों ने साफ तौर पर अपना पल्ला झाड़ लिया है. नगर परिषद के एमई ने ये टैंकर नगर परिषद के होने से ही साफ मना कर दिया.
नए पानी टैंकरों के टायर पूराने, देखें वीडियो ये भी पढ़ें-रोहतकः जैश-ए-मोहम्मद ने दी रेलवे स्टेशनों और मंदिरों को बम से उड़ाने की धमकी
नगर परिषद अधिकारी ने पल्ला झाड़
उन्होंने कहा कि पांच नए टैंकरों के नगर परिषद को प्राप्त होने की कोई रिसीविंग उनकी ओर से नहीं दी गई है और ना ही विभाग को जानकारी है कि ये नए टैंकर कहां से आए हैं और किसने भेजे हैं.
भ्रष्टाचार का शक
उधर सामाजिक कार्यकर्ता राजेश कुमार का कहना है कि पानी के ये नए टैंकर राज्यसभा सांसद डीपी वत्स की सांसद निधि से नगर परिषद को मिले हैं, लेकिन इन टैंकरों के सभी टायर पुराने हैं और जानबूझकर या तो टायर बदले गए हैं या किसी तरह का भ्रष्टाचार इन टैंकरों की खरीद में हुआ है.
पानी के टैंकरों पर बीजेपी के निशान क्यों ?
राजेश कुमार ने सवाल ये भी उठाया कि पानी सप्लाई के लिए सरकारी पैसे से खरीदी गए पानी के इन टैंकरों पर बीजेपी निशान अंकित किया गया है जो कि एक तरह से सरकारी पैसे और सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग है. हम सरकार से मांग करते हैं कि टैंकर खरीद में हुए गड़बड़झाले की जांच की जाए और पता किया जाए कि किसकी मिलीभगत से टैंकरों के टायर बदले गए हैं या पैसों का कोई भ्रष्टाचार किया गया है.