Delhi Liquor Scam: दिल्ली शराब घोटाले से लेकर सिसोदिया की गिरफ्तारी तक, जानें क्या है पूरी कहानी?
नई दिल्ली:दिल्ली शराब घोटाला मामले में लंबी पूछताछ और जांच के बाद आखिरकार सीबीआई ने रविवार देर शाम उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया. सीबीआई का कहना है कि सिसोदिया कई अहम सवालों पर या तो जवाब नहीं दे रहे हैं या फिर बातों को गोल-गोल घुमा रहे हैं. एजेंसी उनसे गहराई से पूछताछ करने के लिए कस्टडी में रखना जरूरी बता रही है.
किस मामले में किया गिरफ्तारःसिसोदिया को प्रीवेंशन ऑफ करप्शन की धारा 7, सबूतों को मिटाने के प्रयास और भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी, यानी षड्यंत्र में भागीदार होने की धाराओं में गिरफ्तार किया गया है. इन धाराओं के अंतर्गत अधिकतम 7 साल की सजा का प्रावधान है.
गिरफ्तारी की पूरी कहानीः चलिए अब सिलसिलेवार तरीके से बताते हैं कि आखिर सिसोदिया की गिरफ्तारी की कहानी शुरू कहां से होती है. दरअसल, मौजूदा एलजी विनय कुमार सक्सेना ने नई आबकारी नीति को लागू करने में हुई अनियमितताओं के मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. यह सिफारिश मुख्य सचिव नरेश कुमार द्वारा 37 पेज की सौंपी गई रिपोर्ट के बाद की गई थी. इस मामले में सीबीआई ने 17 अगस्त 2022 को मुकदमा दर्ज किया था और 19 अगस्त को दिल्ली आबकारी विभाग की छानबीन की थी, जहां से सीबीआई ने एक डिजिटल डिवाइस सीज किया था. इसी डिवाइस से यह पता चला कि नई शराब नीति का एक दस्तावेज एक ऐसे सिस्टम में भेजा गया है, जो आबकारी विभाग के नेटवर्क में है ही नहीं.
इसी के बाद सीबीआई ने आबकारी विभाग के अधिकारी को पूछताछ के लिए बुलाया, जिसने एक सिस्टम की जानकारी दी, जिसे एजेंसी ने 14 जनवरी 2023 को सिसोदिया के दफ्तर से जब्त किया. इस सिस्टम की अधिकतर फाइल डिलीट कर दी गई थी, लेकिन फॉरेंसिक टीम की सहायता से एजेंसी ने डाटा हासिल कर लिया. फॉरेंसिक टीम की जांच में जानकारी मिली की दस्तावेज बाहर से बना और वॉट्सएप पर रिसीव किया गया.
बात यहीं खत्म नहीं होती है, नई आबकारी नीति में घोटाले को तब और बल मिला, जब 23 फरवरी को ईडी अनियमितता के मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल के पीए बिभव कुमार को पूछताछ के लिए बुलाती है. ईडी ने प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के प्रवधानों के तहत उनके बयान दर्ज किए. आरोप है कि मनीष सिसोदिया और बिभव कुमार समेत कम से कम 36 आरोपियों द्वारा घोटाले में हजारों करोड़ की रिश्वत के सबूत छिपाने के लिए 170 फोन नष्ट किए गए अथवा उनका इस्तेमाल किया गया.
फिलहाल शराब घाटाले में मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी ने दिल्ली का सियासी चढ़ा दिया है. सिसोदिया की गिरफ्तारी के विरोध में आम आदमी पार्टी अपने नेता के बचाव में दिल्ली की सड़कों पर है, तो वहीं भारतीय जनता पार्टी इस गिरफ्तारी को सही करार दे रही है. उसका कहना है का कानून को आपना काम करने देना चाहिए.
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