अपने गांव पहुंचकर भावुक हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री निशंक, कहा- मां के साथ खेतों में लगाया था हल...
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक इन दिनों अपने पैतृक गांव पिनानी में हैं. निशंक अपने गांव पहुंचकर बचपन के दिनों को याद कर रहे हैं. इससे पहले निशंक कोरोना काल में भी अपने पैतृक गांव पिनानी पहुंचे थे. रमेश पोखरियाल निशंक ने बताया कि गांव के प्रति उनका लगाव सदैव रहा है. इसलिए जब भी उन्हें समय मिलता है तो वो अपने गांव पहुंच जाते हैं.
पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक ने बताया कि उनका जीवन बचपन से हर पहाड़ वासी की तरह ही संघर्ष से गुजरा है. चाहे वो छात्र जीवन हो या एक शिक्षक से लेकर मुख्यमंत्री और फिर केंद्रीय शिक्षा मंत्री तक का सफर तय करना रहा हो. बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री निशंक ने हाईस्कूल तक की पढ़ाई अपने गांव में ही की है. उन्होंने बताया कि हर व्यक्ति जीवनभर एक विद्यार्थी ही रहता है. जो जीवन में कुछ न कुछ सीख सीखता रहता है.
वहीं, निशंक ने अपनी मां को भी याद किया. उन्होंने कहा उनकी मां उनसे समाज के हर विषय पर तर्क वितर्क किया करती थीं. उन्होंने अपनी मां के साथ मिलकर खेतों में खूब हल लगाया है. मां के साथ घास भी काटी. साथ ही खूब गोबर भी गांव के खेतों में डाला है. उनका मन हमेशा अपने गांव में लगा रहता है, लेकिन जीवन की व्यस्तता के कारण ये संभव नहीं हो पाता कि वो गांव में रहे, लेकिन कोशिश होती है कि अपने गांव हमेसा आता रहूं, इस दौरान निशंक कई बार भावुक भी हुए.