Ukraine Crisis: हमें बचा लिया, अब हमारे सपनों को बचा लीजिए...
घर में एक डॉक्टर होना, किस परिवार की ख्वाहिश नहीं होती. लेकिन जब इन ख्वाहिशों के बीच में दो मुल्कों की जंग आ जाए तो ख्वाहिशें बारूद की गंध में गुम हो जाया करती हैं. वो परिवार जो अपनी ख्वाहिशों को परवाज देना चाहते थे, उनके बेटे-बेटियों को डॉक्टर बनाना चाहते थे, वो अब शुक्र मना रहे हैं कि उनके उस युद्ध की विभिषिका से बचकर अपने घर लौट आएं हैं जहां अब कुछ नहीं बचा. आंखों में उस बुरे दौर की यादें और अपनी टूटती ख्वाहिशों का मिला-जुला चेहरा लिए ईटीवी भारत से उन लोगों ने अपनी दास्तां बयां की जो यूक्रेन और पड़ौसी मुल्कों में मेडीकल की पढ़ाई के लिए गए थे. जानिए विदेशी धरती पर मंडराती मौत से जूझते इन युवाओं की कहानी, इन्हीं की जबानी...
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:18 PM IST